लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक युवक को घर में बंद कर जिंदा जलाकर मार देने के मामले में बुधवार को आरोपित को सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की है. मायावती ने ट्वीट कर कहा ‘उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में प्रेम-प्रसंग को लेकर जाति के नाम पर एक दलित युवक को जिन्दा जला देना, यह अति-क्रूर व अति निंदनीय है. सरकार इसके दोषियों को तुरन्त सख्त सजा दिलाए, ताकि प्रदेश में आगे ऐसी कोई पुनरावृत्ति न हो सके, बीएसपी की यह मांग है.’
गौरतलब है कि हरदोई कोतवाली शहर क्षेत्र के भदैंचा गांव के निवासी मोनू पुत्र मिथिलेश को चारपाई से बांध कर उस पर पेट्रोल उड़ेलकर जिंदा जलाने के बाद कमरा बंद कर दिया गया, ऐसा आरोप है. 15 सितंबर को हुई घटना से गांव में तनाव है. घटना के चंद मिनट पहले मिथिलेश पत्नी रामबेटी की तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल लेकर गया था. बेटे मोनू से रुपये की व्यवस्था कर अस्पताल आने के लिए कहा.
मिथिलेश का कहना था कि मोनू 25 हजार रुपये की व्यवस्था कर राधे गुप्ता के घर के पास रहने वाले श्याम सुंदर से बाइक लेने जा रहा था. तभी रास्ते में ही राधे समेत चार लोगों ने उसे पकड़कर कमरे में बंदकर पीटना शुरू कर दिया. चारपाई में बांधकर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. इलाज के दौरान मोनू की मौत हो गई. बेटे को जलाकर मार दिए जाने की खबर सुनकर उसकी बीमार मां ने भी दम तोड़ दिया था.
हालांकि, हरदोई के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने फॉरेंसिक निष्कर्षों और प्रथमदृष्टया सबूतों के हवाले से दावा किया है कि पीड़ित ने खुद को आग लगा ली थी. उन्होंने कहा कि मोनू के करीब छह वर्ष से युवती से प्रेम प्रसंग चल रहे थे. मोनू उसी के चलते राधे के घर गया था.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोनू शनिवार रात अपनी किशोर उम्र वाली प्रेमिका से मिलने गया था, जो ऊंची जाति से थी और उसी गांव में उसके घर से 200 मीटर की दूरी पर रहती थी.
उन्होंने कहा, ‘लड़की के चाचा और चाची ने दोनों को देख लिया. उन्होंने मोनू को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया. इससे घर के बाहर भीड़ जुट गई.’
पुलिस ने कहा कि बाहर जमा भीड़ से बचने के लिए मोनू ने खुद को आग लगा ली.
मोनू के चाचा अजयपाल की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. राधे, उसकी पत्नी समेत तीन लोग हिरासत में हैं. पुलिस जांच कर आगे की कार्रवाई कर रही है.