अहमदाबाद, 23 अगस्त (भाषा) गुजरात में शिक्षा अधिकारियों ने अहमदाबाद स्थित एक स्कूल को दसवीं कक्षा के एक छात्र की उसके साथी छात्र द्वारा हत्या के मामले में ‘गंभीर लापरवाही’ बरतने के लिए नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि स्कूल ने पीड़ित को समय पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए कदम नहीं उठाए।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन से यह भी पूछा कि आईसीएसई बोर्ड से संबद्धता के लिए गुजरात सरकार द्वारा दिया गया अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) क्यों न रद्द कर दिया जाए।
चाकूबाजी की यह घटना 19 अगस्त को शहर के खोखरा इलाके में स्थित ‘सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट स्कूल’ के मुख्य द्वार के पास हुई थी। इस घटना में घायल हुए पीड़ित की उसी रात इलाज के दौरान मौत हो गई।
अपराध शाखा द्वारा स्कूल प्रधानाचार्य के खिलाफ ‘कठोर रवैया’ अपनाने का मामला दर्ज किए जाने के एक दिन बाद जिला शिक्षा अधिकारी रोहित चौधरी ने शनिवार को एक नोटिस जारी किया और पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा।
डीईओ ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने न तो उन्हें घटना के बारे में सूचित किया और न ही 19 अगस्त को प्रबंधन को जारी किए गए पहले नोटिस का जवाब दिया।
नोटिस में कहा गया है, ‘यह आपकी ओर से गंभीर लापरवाही और उदासीन दृष्टिकोण को दर्शाता है।’
नोटिस में कहा गया है, ‘हमें पता चला है कि पुलिस ने प्रधानाचार्य और अन्य के खिलाफ लापरवाही के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है क्योंकि घायल छात्र काफी देर तक स्कूल परिसर में अकेला रहा। 19 अगस्त को नोटिस मिलने के बावजूद आपने अभी तक पूरी घटना के बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।’
इसमें कहा गया है कि शिक्षा अधिकारी को इस घटना के बारे में सोशल मीडिया से पता चला, क्योंकि स्कूल प्रबंधन ने इसकी सूचना डीईओ कार्यालय को नहीं दी थी।
डीईओ ने पूछा, ‘इन सब बातों को देखते हुए हमें स्पष्टीकरण चाहिए कि आईसीएसई बोर्ड से संबद्धता प्राप्त करने के लिए गुजरात सरकार द्वारा आपको दी गई एनओसी क्यों न रद्द कर दी जाए? स्कूल को दी गई मान्यता क्यों न रद्द कर दी जाए?’
नोटिस में कहा गया है, ‘तीन दिन में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें अन्यथा हम यह मानकर उचित कार्रवाई करेंगे कि आप कुछ नहीं कहना चाहते।’
शुक्रवार को स्कूल के प्रिंसिपल जी इमैनुएल पर अपराध शाखा ने घातक घटना के बारे में संबंधित अधिकारियों को समय पर सूचित नहीं करने के लिए मामला दर्ज किया।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि स्कूल के बाहर आरोपियों द्वारा चाकू मारे जाने के बाद पीड़ित छात्र संस्थान के गेट नंबर तीन के पास बैठ गया और अपने हाथ से खून रोकने की कोशिश की।
एसीपी भरत पटेल ने शुक्रवार को बताया, ‘पीड़ित के पेट पर गहरा घाव था। उसे खून बहता देखकर एक सुरक्षा गार्ड ने स्कूल प्रबंधन को सूचित किया, जिसके बाद उसे पहले एलजी अस्पताल और फिर एसवीपी अस्पताल ले जाया गया, जहां अंततः उसकी मौत हो गई। खोखरा पुलिस को अस्पताल में तैनात एक पुलिसकर्मी से चाकू मारे जाने की घटना के बारे में पता चला।’
भाषा
शुभम संतोष
संतोष
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.