मुंबई, 21 अगस्त (भाषा) अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में सुधार से रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त गंवाकर 18 पैसे की गिरावट के साथ 87.25 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि व्यापार शुल्क को लेकर तनाव कम होने और रूस व यूक्रेन के बीच युद्धविराम की उम्मीदों के बीच वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने से रुपया सकारात्मक रुख के साथ खुला। हालांकि, विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया जिससे बाद में स्थानीय मुद्रा में गिरावट आई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.04 पर मजबूती के साथ खुला। दिन में इसने फिर 86.93 प्रति डॉलर के उच्च और 87.27 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छुआ। अंत में यह 87.25 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 18 पैसे की गिरावट है।
रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.07 पर मजबूती के साथ बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान में जिंस एवं मुद्रा के शोध विशलेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में बढ़त से भारतीय रुपये ने शुरुआती बढ़त गंवा दी। हालांकि, घरेलू बाजारों में तेजी ने निचले स्तर पर रुपये को सहारा दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि वैश्विक जोखिम धारणा में सुधार एवं व्यापार शुल्क को लेकर चिंता कम होने से रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। जीएसटी सुधारों को लेकर आशावाद भी रुपये को समर्थन दे सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘ डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 86.90 से 87.50 के बीच रहने का अनुमान है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.23 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 142.87 अंक की बढ़त के साथ 82,000.71 अंक पर और निफ्टी 33.20 अंक चढ़कर 25,083.75 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत चढ़कर 67.44 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,100.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका अजय
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