नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सौंप दिया है. सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय के आदेश के बाद बुधवार और गुरुवार की आधी रात से सीआरपीएफ ने यह जिम्मेदारी संभाल ली.
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, “उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है.”
मंत्रालय का यह आदेश उस हमले के कुछ घंटों बाद आया, जो बुधवार सुबह गुप्ता के घर पर हुआ. गुजरात के राजकोट का एक शख्स उनके घर में घुस आया था. शक है कि वह दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों पर कार्रवाई की संभावना से नाराज़ था.
जेड कैटेगरी सुरक्षा के तहत गुप्ता की सुरक्षा एक विशेष वीआईपी सुरक्षा यूनिट संभालेगी. इसमें कम से कम 30 सीआरपीएफ कमांडो शिफ्टों में रहकर उनकी सुरक्षा करेंगे.
सीआरपीएफ देश में वीआईपी सुरक्षा देने वाली सबसे बड़ी एजेंसी है. गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं की सुरक्षा इसकी जिम्मेदारी है. लगभग 7,000 जवान इस काम में लगे हैं.
यह वीआईपी सुरक्षा यूनिट 2020 में सीआरपीएफ के तहत बनाई गई थी. इस साल की शुरुआत में एक और बटालियन जोड़कर इसे और मजबूत किया गया. अब इसमें कुल सात बटालियन और 7,000 जवान हैं, जो 200 से ज़्यादा वीआईपी को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं.
गुप्ता को इस साल फरवरी में मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने जेड प्लस सुरक्षा दी थी. जेड प्लस सुरक्षा में करीब 40 सुरक्षाकर्मी—जिनमें स्थायी गार्ड, केंद्रीय बल, कमांडो और निगरानी करने वाले शामिल होते हैं, उनकी सुरक्षा संभालते थे.
इस बीच, गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी की पहचान साकारिया राजेशभाई खीमजीभाई के रूप में हुई है. उसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा टीम ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (भारतीय दंड संहिता की जगह नया नाम) की धारा 109(1), 132 और 221 में एफआईआर दर्ज की गई है. ये धाराएं हत्या के प्रयास, लोक सेवक पर हमला या बल प्रयोग और लोक सेवक के काम में बाधा डालने से संबंधित हैं.
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