शिमला, 19 अगस्त (भाषा) किन्नौर जिला प्रशासन ने मंगलवार को किन्नौर कैलाश यात्रा-2025 को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया, क्योंकि लगातार हो रही भारी बारिश, गिरते पत्थरों और घने कोहरे के कारण पहले ही कई लोगों की मौत हो चुकी है और तीर्थयात्रियों के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है।
किन्नौर के उपायुक्त (डीसी) डॉ. अमित कुमार शर्मा ने मंगलवार को एक आधिकारिक आदेश जारी करते हुए कहा कि लगातार खराब मौसम और आगामी पांच से सात दिनों में और बारिश और बादल छाए रहने के पूर्वानुमान को देखते हुए, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए तत्काल एहतियाती उपाय आवश्यक हैं।
आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 34 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए शर्मा ने घोषणा की कि यात्रा शेष वर्ष के लिए बंद रहेगी, जब तक कि अगले आदेश द्वारा इसमें संशोधन न किया जाए।
उपायुक्त के आदेशानुसार, यात्रा मार्ग से गुजरने वाले किसी भी तीर्थयात्री को वापस आधार शिविर तक पहुंचाया जाएगा और उल्लंघन करने वालों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। किन्नौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को निर्देश दिया गया है कि वे होमगार्ड और डीसीएफ किन्नौर के साथ समन्वय करके तीर्थयात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त बल की तैनाती सुनिश्चित करें।
शर्मा ने सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कल्पा को संबंधित विभागों, पर्यटन संघ, पंचायतों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय स्थापित कर आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
इसके अतिरिक्त, सभी विभागों, स्थानीय निकायों और प्रवर्तन कर्मियों को बिना किसी अपवाद के निर्णय को लागू करने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से सहयोग करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आदेशों का पालन करने तथा अगली सूचना तक तीर्थयात्रा पर जाने से परहेज करने का आग्रह किया है।
यह यात्रा 15 जुलाई को शुरू हुई थी और 30 अगस्त तक चलने वाली थी। तब से, भारी बारिश और अनियमित मौसम के कारण यात्रा को कई बार स्थगित करना पड़ा है।
भाषा प्रशांत धीरज
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