पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (केपीके) में पिछले तीन दिनों में भारी बाढ़ और मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम 358 लोगों की मौत हो गई और 181 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
सेना ने क्षेत्र में राहत अभियान तेज़ कर दिया है. खैबर पख्तूनख्वा में 15 अगस्त से शुरू हुई रिकॉर्ड बारिश ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे पूरे प्रांत में तबाही मचा दी है.
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि पीड़ितों में 287 पुरुष, 41 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं, जबकि घायलों में 144 पुरुष, 27 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं.
बाढ़ ने पूरे प्रांत में 780 घरों को भी नुकसान पहुंचाया है, जिनमें से 431 आंशिक रूप से नष्ट हुए हैं जबकि 349 पूरी तरह नष्ट हो गए हैं.
बुनेर सबसे बुरी तरह प्रभावित ज़िला है जहां 225 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि स्वात, बाजौर, मनसेहरा, शांगला, लोअर दीर, बट्टाग्राम और स्वाबी भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, शांगला जिले में अचानक आई बाढ़ से 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि मनसेहरा में 22, बाजौर में 22 और स्वात में 20 मौतें दर्ज की गईं जहां अचानक आई बाढ़ और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान, दोनों के कारण लोगों की मौत हुई है.
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