नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने सोमवार को कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और उन्हें राज्य की विभिन्न विकास प्राथमिकताओं से अवगत कराया।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री जे पी नड्डा के साथ अपनी बैठक में, लोकेश ने चालू खरीफ मौसम के दौरान राज्य में यूरिया की भारी कमी पर प्रकाश डाला और किसानों की सहायता के लिए तत्काल आवंटन का अनुरोध किया।
राज्य सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, नड्डा ने आश्वासन दिया कि 21 अगस्त तक 29,000 टन यूरिया आवंटित किया जाएगा।
लोकेश ने स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए एक प्लास्टिक पार्क की स्थापना का भी प्रस्ताव रखा।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक अलग बैठक में, लोकेश ने कुप्पम-बेंगलुरु-चेन्नई औद्योगिक गलियारे सहित प्रमुख राजमार्ग विस्तार और शहरी परिवहन परियोजनाओं को त्वरित मंज़ूरी देने पर ज़ोर दिया।
इस बैठक का एक प्रमुख आकर्षण कुप्पम-होसुर-बेंगलुरु ग्रीनफ़ील्ड राजमार्ग पर चर्चा थी, जो 56 किलोमीटर लंबा होगा और जिसके लिए 3,000 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात के दौरान, लोकेश ने नेल्लोर जिले के रामायपट्टनम में बीपीसीएल रिफाइनरी-सह-पेट्रोरसायन कॉम्प्लेक्स की स्थापना की पुरज़ोर वकालत की – जो आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत एक लंबे समय से किया गया वादा है।
छह हजार एकड़ में स्थापित होने वाली 95,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना से 5,000 से ज़्यादा प्रत्यक्ष रोज़गार सृजित होने और औद्योगीकरण में तेज़ी आने की उम्मीद है। मंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह परियोजना स्थानीय रोज़गार पैदा करेगी, एमएसएमई साझेदारी को प्रोत्साहित करेगी और आंध्र के तट पर समुद्री बुनियादी ढांचे को मज़बूत करेगी।
कल्याण के मोर्चे पर, लोकेश ने राज्य की दीपम 2.0 योजना पर प्रकाश डाला, जिसके तहत पात्र परिवारों को मुफ़्त एलपीजी सिलेंडर दिए जा रहे हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अपनी बैठक में, लोकेश ने प्रवासी भारतीयों के साथ मज़बूत जुड़ाव पर ज़ोर दिया और आंध्र प्रदेश के 35 लाख से ज़्यादा जीवंत प्रवासी समुदाय का ज़िक्र किया, जो 130 देशों में फैले हुए हैं। इन देशों में दस लाख लोग अमेरिका में, आठ लाख खाड़ी देशों में और चार लाख यूरोप में हैं।
उन्होंने बताया कि अमेरिका में तेलुगू लोगों की प्रति व्यक्ति आय 1,26,000 अमेरिकी डॉलर है, जो अमेरिका के औसत 70,000 अमेरिकी डॉलर से कहीं ज़्यादा है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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