नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) दिल्ली को छोड़कर देशभर में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के क्रेडिट कार्ड धारकों से करीब 2.6 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि छह महीने तक चले इस अभियान में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कथित तौर पर गुरुग्राम के एक कॉल सेंटर में अंदरुनी सूत्रों के माध्यम से ग्राहकों का गोपनीय आंकड़ा प्राप्त किया, वे बैंक अधिकारी बनकर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) और ‘कार्ड वेरीफिकेशन वैल्यूज’ (सीवीवी) जैसे संवेदनशील विवरण प्राप्त कर लोगों को ठग रहे थे।
पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) विनीत कुमार ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘इसके बाद आरोपियों ने चुराई गई संवेदनशील जानकारी से ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म जैसे मंचों से इलेक्ट्रॉनिक गिफ्ट कार्ड खरीदे और बाद में इन्हें ट्रैवल एजेंट को बेच दिया। आय का नकदी और क्रिप्टोकरेंसी चैनलों, मुख्य रूप से टीथर (यूएसडीटी) के माध्यम से धनशोधन किया गया था’’
टीथर (यूएसडीटी) एक क्रिप्टोकरेंसी है जिसे अमेरिकी डॉलर के बराबर मूल्य रखने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे “स्टेबलकॉइन” भी कहा जाता है।
पुलिस का अनुमान है कि गिरोह ने ग्राहकों से लगभग 2.6 करोड़ रुपये की ठगी की है।
उन्होंने बताया कि इस धोखाधड़ी के मुख्य साजिशकर्ता अंकित राठी, वसीम और विशाल भारद्वाज है। कॉल सेंटर के कर्मचारी विशेष लाहौरी और दुर्गेश धाकड़ पर आंकड़े साझा करने का आरोप है, जबकि गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में संचालन से जुड़े कई सदस्य, वित्तीय प्रबंधक और सिम कार्ड आपूर्तिकर्ता शामिल थे।
पुलिस ने जांच के दौरान 52 मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड और ग्राहकों के बैंक विवरण बरामद किए।
भाषा प्रीति प्रशांत
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