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Monday, 11 August, 2025
होमविदेशमुनीर की ‘आधी दुनिया साथ ले डूबेंगे’ की धमकी पाकिस्तान का ‘असली चेहरा’ दिखाती है: सरकारी सूत्र

मुनीर की ‘आधी दुनिया साथ ले डूबेंगे’ की धमकी पाकिस्तान का ‘असली चेहरा’ दिखाती है: सरकारी सूत्र

सरकारी सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान से साफ है कि पाकिस्तान एक ‘गैर-जिम्मेदार परमाणु हथियार वाला देश’ है, जो परमाणु हथियारों की आड़ में आतंकियों को पनाह देने को तैयार है.

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नई दिल्ली: पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की यह धमकी कि भारत पर परमाणु बम गिराकर “आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे”, एक “पैटर्न” है जो दिखाता है कि अमेरिका से समर्थन मिलने पर पाकिस्तान का “हमलावर असली चेहरा” सामने आ जाता है. सरकारी सूत्रों ने दिप्रिंट को इस बारे में जानकारी दी.

एक सूत्र ने कहा, “यह साबित करता है कि पाकिस्तान परमाणु हथियार रखने वाला गैर-जिम्मेदार देश है. असली खतरा यह है कि ये हथियार गैर-राज्य तत्वों (आतंकियों) के हाथ लग सकते हैं.” उन्होंने इस्लामाबाद के दूसरे देशों को परमाणु सामग्री और तकनीक देने के पुराने रिकॉर्ड का भी ज़िक्र किया.

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, मुनीर का भारत पर ताज़ा हमला इस डर को और पक्का करता है कि पाकिस्तान अपनी परमाणु क्षमता की आड़ में भारत पर और आतंकी हमले कर सकता है.

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से ठीक एक हफ्ता पहले, पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कश्मीर को इस्लामाबाद की “शिरा” बताया था और “द्वि-राष्ट्र सिद्धांत” का बचाव करते हुए कहा था कि हिंदू और मुसलमान हर मामले में “अलग” हैं. मुनीर के भड़काऊ बयान के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पहलगाम में छुट्टियां मना रहे 26 पर्यटकों को गोली मार दी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 जुलाई को संसद में बताया कि इस हमले के पीछे रहे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के तीन आतंकियों को “महादेव” नामक ऑपरेशन में मार गिराया गया.


यह भी पढ़ें: दिप्रिंट एक्सक्लूसिव: USA में आसिम मुनीर की भारत को परमाणु धमकी—‘आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे’


मुनीर की धमकी

भारत ने आसिम मुनीर की परमाणु धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जब दिप्रिंट ने एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में उनके उस बयान का खुलासा किया जिसमें उन्होंने कहा था कि “हम आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेंगे.” उन्होंने यह बात 9 जुलाई को अमेरिकी शहर टैम्पा में कारोबारी अदनान असद द्वारा आयोजित ब्लैक-टाई डिनर में कही थी.

पाकिस्तानी सेना प्रमुख फ्लोरिडा में अमेरिका के सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के रिटायर हो रहे कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के विदाई समारोह में शामिल होने गए थे. यह पहली बार था जब अमेरिकी ज़मीन से किसी तीसरे देश के खिलाफ परमाणु धमकी दी गई.

पाकिस्तान के परमाणु हथियार बनाने में सफल होने के बाद, उसके वैज्ञानिक अब्दुल कदीर खान ने परमाणु सामग्री का एक अंतरराष्ट्रीय काला बाज़ार खड़ा कर दिया. इस नेटवर्क के ज़रिए 1990 के दशक में ईरान, उत्तर कोरिया और लीबिया तक परमाणु सामग्री पहुंचाई गई. 2004 में एक टीवी भाषण में खान ने इन गैर-कानूनी सौदों को स्वीकार किया. इसके बाद तत्कालीन पाकिस्तानी नेता परवेज़ मुशर्रफ ने उन्हें माफ कर दिया.

पहलगाम हमले के बाद, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें सरहद पार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इनमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर कॉम्प्लेक्स और लश्कर-ए-तैयबा का मुरिदके वाला ठिकाना शामिल था. इस्लामाबाद ने जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद भारत ने भी पलटवार किया.

87 घंटे के संघर्ष के बाद, 10 मई को दोनों देशों में ज़मीन, समुद्र और हवा से फायरिंग बंद करने का आपसी समझौता हुआ, जो अब तक कायम है.

हालांकि, 10 मई की सुबह की रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) की बैठक बुलाई, जो पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की देखरेख करती है.

संघर्ष थमने के बाद से मुनीर को अमेरिका में लगातार महत्व दिया गया है और वे वहां दो बार जा चुके हैं. पहली यात्रा में उन्हें व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लंच पर बुलाया था. फ्लोरिडा का यह दौरा उनकी दूसरी यात्रा थी.

अमेरिकी राष्ट्रपति कई बार दावा कर चुके हैं कि उनकी सरकार ने भारत-पाकिस्तान के बीच ‘सीज़फायर’ करावाया. भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की भागीदारी को सख्ती से नकारा है, लेकिन पाकिस्तान ने ट्रंप को इस ‘भूमिका’ के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है.

सैन्य कार्रवाई के अलावा, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम भी उठाए, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि (IWT) को “स्थगित” करना शामिल था. इस्लामाबाद ने चेतावनी दी कि सिंधु का पानी मोड़ने की कोई भी कोशिश युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी.

मुनीर ने फ्लोरिडा वाले डिनर कार्यक्रम में इस धमकी को दोहराया और कहा कि भारत द्वारा सिंधु पर बनाए गए किसी भी बांध को पाकिस्तान तबाह कर देगा. पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि पाकिस्तान उन केवल दो देशों में से एक है जो कलिमा, यानी इस्लामी आस्था की घोषणा, के आधार पर बने हैं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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