नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा भारत पर 50% व्यापार शुल्क लगाने के एक दिन बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा संगठन स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने और अमेरिकी कंपनियों जैसे Amazon, Walmart और Flipkart (जिसमें Walmart की हिस्सेदारी ज़्यादा है) के सामान का बहिष्कार करने की अपील की.
एसजेएम के राष्ट्रीय सह-समन्वयक अश्विनी महाजन ने कहा, “हमने लोगों से अपील की है कि Amazon, Flipkart और Walmart जैसी कंपनियों से सामान न खरीदें. यह स्वदेशी अपनाने का सही वक्त है.”
महाजन ने बताया कि ई-कॉमर्स व्यापार भारतीय प्लेटफॉर्म पर हो, इसके लिए व्यापारी और उद्योगपतियों से बातचीत चल रही है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने के फैसले पर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. एसजेएम ने 10 अगस्त को पूरे देश में, दिल्ली के कनॉट प्लेस सहित, ‘विदेशी कंपनियां भारत छोड़ो’ नाम से शाम 5 बजे प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
महाजन ने कहा, “हमने लोगों से विदेशी सामान का बहिष्कार करने की अपील की है. 10 करोड़ से ज्यादा किसान डेयरी सेक्टर से जुड़े हैं. अगर हम सस्ते विदेशी डेयरी प्रोडक्ट्स को नहीं रोकेंगे तो हमारे किसानों का क्या होगा? अमेरिका में गायों को मांसाहारी चारा खिलाया जाता है, जिससे उनका दूध भी मांसाहारी हो जाता है. सोचिए, वह दूध हम भगवान को भी चढ़ा दें! सरकार का फैसला सही है और उस पर डटे रहना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि टैरिफ जैसी “जबरन” चालों से भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा. भारत आज वैश्विक ताकत बन रहा है और अमेरिका को समझना होगा कि यह वही भारत नहीं है जो 10 साल पहले था.”
महाजन ने इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक बड़ा मौका बताया और कहा, “किसी देश का विकास विदेशी संसाधनों, आयात या विदेशी तकनीक से नहीं हो सकता. हम रक्षा, खिलौने, दवाइयों और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन रहे हैं. हमें चीन, तुर्की और अमेरिका के सामान का बहिष्कार करना होगा, जिसमें Amazon, Walmart और Flipkart के प्रोडक्ट भी शामिल हैं.”
रक्षा बंधन के मौके पर भी उन्होंने लोगों से भारत में बने उत्पाद इस्तेमाल करने की अपील की.
महाजन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी साझा किया, “मैं अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ का विरोध करता हूं और अमेरिकी सामान का बहिष्कार करता हूं—जैसे Coke, Pepsi, Domino’s Pizza, Pizza Hut, McDonald’s, Burger King, Subway और KFC आदि…और आप?”
हालांकि, उन्होंने साफ किया कि यह संदेश लोगों के बीच चल रहा है और यह जनता की भावनाओं को दर्शाता है.
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