जम्मू, तीन अगस्त (भाषा) जम्मू कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा ने लोगों से धोखाधड़ी से संबंधित पांच अलग-अलग मामलों में एक बैंक प्रबंधक और एक पूर्व पुलिसकर्मी सहित नौ लोगों के खिलाफ पांच अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इन व्यक्तियों ने एमबीबीएस सीट या सरकारी नौकरियों का लालच देकर लोगों से लगभग तीन करोड़ रुपये की ठगी की है।
अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि एक मामले में भारतीय स्टेट बैंक के एक शाखा प्रबंधक जावेद अशरफ भट्टी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि दो लोगों ने शिकायत की थी कि भट्टी ने उन्हें पेट्रोल पंप बेचने का झांसा देकर उनसे 1.78 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है, जबकि राजौरी जिले के कालाकोट इलाके में स्थित यह पेट्रोल पंप किसी और का था।
दूसरे मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक पूर्व चयन-ग्रेड कांस्टेबल परमजीत सिंह के खिलाफ तीन लोगों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उसने एक आवासीय मकान और एक भूखंड बेचने के नाम पर उनसे 72.93 लाख रुपये ठगे। इस मामले में भी जम्मू में अलग अलग जगहों पर स्थित ये संपत्तियां उनकी नहीं थीं।
अधिकारी ने बताया कि एक कंसल्टेंसी के मालिक और कुख्यात ठग फैयाज अहमद राठेर उर्फ राजा के खिलाफ अनिल गुप्ता की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। गुप्ता को जम्मू के एक निजी मेडिकल कॉलेज में अपने बेटे के लिए एमबीबीएस में प्रवेश का वादा किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि एक अन्य मामले में पंजाब के साहिल भगत ने जम्मू के बिश्नाह और सांबा जिले के स्वांखा के सात शिकायतकर्ताओं से विदेश में नौकरी के लिए वर्क वीजा का वादा करके 36.89 लाख रुपये ठग लिए। शिकायतकर्ताओं को इटली और ऑस्ट्रेलिया में काम करने के लिए फर्जी वीजा दिए गए थे।
पुलिस के अनुसार, पांच आरोपियों के खिलाफ एक अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनकी पहचान डोडा के मोहम्मद इसाक, शेर मोहम्मद, मुख्तियार अहमद और कुपवाड़ा के तारिक हुसैन और मुदस्सिर हुसैन के रूप में हुई है। इन पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर चार शिकायतकर्ताओं से 12.70 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (अपराध) बेनाम तोष ने कहा कि पांचों मामलों में जांच जारी है।
भाषा
शुभम नेत्रपाल
नेत्रपाल
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