पणजी, 26 जुलाई (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक गजपति राजू ने शनिवार को गोवा के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
गजपति राजू ने पी एस श्रीधरन पिल्लई का स्थान लिया है।
बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे ने राजभवन में राजू को पद की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राजू (74) ने कहा कि वह जनता की सेवा करते हुए भारत के संविधान का पालन करेंगे।
उन्होंने कहा, “हम सभी एक टीम के रूप में काम करेंगे और मुझे खुशी है कि मैं गोवावासियों से जुड़ा हूं।”
राजू ने कहा, “हालांकि मुझे स्थानीय भाषा समझ नहीं आती और इस (राज्यपाल) कार्यालय में यह मेरा पहला कार्यभार है लेकिन राजनीतिक व्यवस्था में मेरा लंबा अनुभव रहा है। आंध्र प्रदेश के दो राज्यों में विभाजित होने से पहले मैं सात बार विधायक रहा।”
राजू ने अपने राजनीतिक जीवन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ समय सांसद के रूप में भी सेवाएं दीं।
राज्यपाल ने कहा, “मैं सरकार में मंत्री के रूप में अंदर-बाहर होता रहा हूं और विपक्ष में भी बैठा हूं। मेरे पास व्यापक अनुभव है।”
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के वरिष्ठ नेता राजू 27 मई, 2014 से 10 मार्च, 2018 तक नागर विमानन मंत्री रहे।
उन्होंने आंध्र प्रदेश सरकार में भी मंत्री पद संभाला है।
राजू ने बाद में पत्रकारों से कहा कि वह गोवा के लोगों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, “मैं आपके लिए, या यूं कहें कि आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। ‘के लिए’ एक मनोवैज्ञानिक शब्दावली है, लेकिन (मैं कहना पसंद करूंगा) ‘आपके साथ’ क्योंकि अगर लोग सरकार के साथ मिलकर काम नहीं करते हैं तो लोकतंत्र को नुकसान पहुंचता है। हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि सभी एकजुट होकर काम करें।”
राज्यपाल ने लोगों से मिलकर काम कर भारत को आगे बढ़ाने की अपील की।
उन्होंने कहा, “भारत दुनिया में किसी से पीछे नहीं रहेगा।”
गोवा के राज्यपाल के रूप में पिल्लई का कार्यकाल चार वर्ष का रहा और उन्हें बृहस्पतिवार को विदाई दी गई।
भाषा जितेंद्र सिम्मी
सिम्मी
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