नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) सरकार ने शुक्रवार को संसद में कहा कि बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन) योजना से जून 2025 तक 1.3 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि इस योजना के तहत 12,390 करोड़ रुपये का कुल निवेश और 8.44 लाख करोड़ रुपये का कुल उत्पादन हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने खुद को मोबाइल फोन के शुद्ध आयातक से शुद्ध निर्यातक में बदल लिया है। भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माता देश है। पीएलआई योजना से भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में निवेश, उत्पादन, निर्यात और रोज़गार सृजन को उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा मिला है।’’
मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत भारत ने 4.65 लाख करोड़ रुपये मूल्य के सामान का निर्यात किया है।
प्रसाद द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत से मोबाइल फोन का निर्यात 127 गुना बढ़कर 2024-25 में दो लाख करोड़ रुपये हो गया जो 2014-15 में 1,500 करोड़ रुपये था।
उन्होंने कहा कि 2014-15 में देश में मोबाइल फोन की 75 प्रतिशत मांग आयात से पूरी की जाती थी जो 2024-25 में घटकर 0.02 प्रतिशत रह गई है।
भाषा अविनाश रमण
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