मैनचेस्टर, 25 जुलाई (भाषा) जो रूट के नाबाद 38वें टेस्ट इंग्लैंड ने पांच मैचों की श्रृंखला के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन चाय के विश्राम तक चार विकेट पर 433 रन बनाकर अपनी पकड़ काफी मजबूत कर ली है।
इंग्लैंड अब भारत की पहली पारी के 358 रन से 75 रन आगे हैं और उसके छह विकेट बाकी है।
चाय के विश्राम के लिए खेल रोके जाते रूट 121 रन बनाकर क्रीज डटे हुए थे जबकि कप्तान बेन स्टोक्स 36 रन के साथ उनका साथ दे रहे थे। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 84 रन की अटूट साझेदारी कर ली है।
रूट इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गये।
दिन के पहले सत्र में सबसे ज्यादा टेस्ट रन के मामले में भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ (13288) और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान हरफनमौला जैक कैलिस (13289) को पीछे छोड़ने वाले रूट अपनी शतकीय पारी के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (13378) से भी आगे निकल गये।
वह अब सिर्फ भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (15921) से पीछे हैं।
भारतीय गेंदबाजों के लिए दिन का पहला सत्र पूरी तरह से निराशाजनक रहा लेकिन वाशिंगटन सुंदर ने दूसरे सत्र की शुरुआत में ओली पोप (71) और हैरी ब्रुक (तीन) के विकेटों के साथ भारत को दो सफलता दिलाई।
भारत ने लंच के बाद दूसरे सत्र की शुरुआत में सुंदर और रविंद्र जडेजा की स्पिन गेंदबाजों की जोड़ी से गेंदबाजी कराई। सुंदर ने पोप को स्लीप में लोकेश राहुल के हाथों कैच कराकर रूट के साथ तीसरे विकेट के लिए उनकी 144 रन की साझेदारी को तोड़ा।
हैरी ब्रुक सुंदर के खिलाफ क्रीज से बाहर निकल कर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टंप हो गये।
रूट ने अंशुल कंबोज के खिलाफ ग्लांस कर चौके के साथ टेस्ट में अपना 38वां शतक पूरा किया और चाय के विश्राम से पहले इस गेंदबाज के खिलाफ एक रन चुराकर पोंटिंग के टेस्ट करियर के रनों को पीछे छोड़ दिया।
बुमराह ने नयी गेंद से सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी की और फिर मैदान से बाहर चले गये जिससे भारत की मुश्किलें और बढ़ गयी। वह चाय के विश्राम से पहले गेंदबाजी के लिए लौटे लेकिन अंपायरों ने उन्हें बताया कि वह जितने देर मैदान से बाहर रहे है उतना समय मैदान पर बिताने के बाद ही गेंदबाजी कर सकते हैं।
इससे पहले दिन की शुरुआती सत्र में रूट और पोप ने भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका दिए बिना टीम के स्कोर को दो विकेट पर 332 रन तक पहुंचा दिया था।
भारतीय गेंदबाज दिन के शुरुआती सत्र में रूट और पोप के लिए कोई भी मुश्किल चुनौती पैदा करने में नाकाम रहे। मैच के दूसरे दिन की शाम के सत्र को छोड़ दे तो भारतीय गेंदबाजी आक्रमण एक बार फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी में सेंध लगाने में नाकाम रहा।
जेम्स एंडरसन के छोर से कुछ गेंदों के नीचे रहने के कारण इंग्लैंड के बल्लेबाजों को थोड़ी परेशानी हुई लेकिन जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाली गेंदबाजी इकाई ने रूट और पोप को ज्यादा परेशान नहीं किया। बृहस्पतिवार को लेग साइड पर बहुत ज्यादा ढीली गेंदें फेंकने वाले भारतीय तेज गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर खराब गेंद डालना जारी रखा जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज कभी दबाव में नहीं आये।
इंग्लैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज रूट ने दिन की शुरुआत में बुमराह की गेंद पर फ्लिक कर शानदार चौका जड़ा। उन्हें और पोप को बुमराह की शॉट गेंद पर चौका लगाने में कोई परेशानी नहीं हुई।
दिन की शुरुआत दो विकेट पर 225 रन से आगे करते हुए इंग्लैंड ने पहले घंटे में सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को 266 रन तक पहुंचाया।
कंबोज ने अपने शुरुआती स्पेल में एक मौका बनाया, लेकिन विकेट के करीब से कीपिंग कर रहे ध्रुव जुरेल मुश्किल कैच को लपक नहीं पाए। उस समय पोप 48 रन पर थे।
रूट को इस दौरान जीवनदान भी मिला जब सिराज के गेंद पर रन चुराने के दौरान वह गेंदबाजी छोर से काफी दूर रह गये लेकिन रविंद्र जडेजा का थ्रो विकेटों के दूर से निकल गया।
भाषा आनन्द नमिता
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