भुवनेश्वर, 24 जुलाई (भाषा) कांग्रेस और वाम दलों सहित आठ राजनीतिक दलों ने ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को रोकने के लिए राज्य के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भक्तचरण दास के नेतृत्व में आठ दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पार्टियों ने आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ ‘जघन्य अपराधों’ में खतरनाक वृद्धि देखी जा रही है, और कहा कि बालासोर और पुरी में हाल की घटनाओं ने राज्य के साथ-साथ राष्ट्र की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।
बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज की बी.एड की 20 वर्षीय छात्रा ने 12 जुलाई को परिसर में खुद को आग लगा ली और 14 जुलाई की रात एम्स भुवनेश्वर में उसकी मौत हो गई। इसी तरह, पुरी में 15 वर्षीय लड़की को तीन बदमाशों ने कथित तौर पर आग लगा दी। उसका इलाज एम्स, दिल्ली में चल रहा है।
दलों ने आरोप लगाया कि इन घटनाओं ने व्यवस्था की विफलता को उजागर कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य महिला आयोग पिछले एक साल से निष्क्रिय बना हुआ है और इसके पास 11,000 से अधिक शिकायतें लंबित हैं।
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, सत्तारूढ़ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बिरंची त्रिपाठी ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए नाटक कर रही है। उनकी छात्र इकाई के अध्यक्ष को एक महिला के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हम इंतजार कर रहे हैं कि वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कब ऐसा विरोध मार्च निकालेंगे।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के खिलाफ सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
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नोमान धीरज
धीरज
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