नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) ने रविवार को गुजरात के हजीरा स्थित अपने प्रमुख संयंत्र में एक नई और अत्याधुनिक ‘कंटीन्यूअस गैल्वनाइजिंग लाइन’ (सीजीएल) शुरू की है।
कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके साथ ही एएमएनएस इंडिया भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी बन गई है जो 1,180 मेगापास्कल तक की मजबूती वाले ‘उन्नत अत्यधिक मजबूत इस्पात’ (एएचएसएस) का उत्पादन कर रही है। यह इस्पात वाहन उद्योग के लिए अत्यधिक सुरक्षित, पर्यावरण अनुकूल और ईंधन की बचत करने वाला है।
कंपनी विभिन्न सक्षम सुविधाओं को विकसित करने के लिए 60,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी विस्तार परियोजना को क्रियान्वित कर रही है। इसको देखते हुए इस लाइन की शुरुआत बहुत महत्वपूर्ण कदम है।
एएमएनएस इंडिया ने बताया कि उसके एकीकृत इस्पात संयंत्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 में किया था। इसकी विस्तार परियोजना का उद्देश्य उभरती मांग को पूरा करने के लिए इस्पात ग्रेड के विविध पोर्टफोलियो में उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है।
कंपनी ने बताया कि नई सीजीएल इकाई कंपनी की मूल कंपनियों — आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के वैश्विक अनुभव और तकनीक पर आधारित है। यह वाहन उद्योग में बड़ा परिवर्तन लाएगी, क्योंकि अबतक इस प्रकार के उच्च-गुणवत्ता के इस्पात के लिए भारत आयात पर निर्भर था।
एएमएनएस इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दिलीप ऊम्मेन ने कहा,“अपनी तरह की पहली सीजीएल लाइन का परिचालन, हमारी विस्तार परियोजना में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। नई लाइन और आगामी सुविधाएं ऐसे इस्पात का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं जो वर्तमान में विकसित देशों में उपलब्ध उत्पादों की गुणवत्ता के अनुरूप है।”
भाषा अनुराग अजय
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