धनबाद, 19 जुलाई (भाषा)झारखंड की मुख्य सचिव अल्का तिवारी ने शनिवार को झरिया की कोयले खदान में लगी आग से विस्थापित हुए निवासियों के लिए निर्मित टाउनशिप बेलगड़िया का दौरा किया, ताकि वहां चल रहे पुनर्वास प्रयासों और लोगों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का आकलन किया जा सके।
तिवारी ने इस दौरान स्थानीय निवासियों और छात्रों से बातचीत की तथा अधिकारियों से परिवहन संपर्क में सुधार लाने तथा टाउनशिप में बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि के लिए कहा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संशोधित झरिया मास्टर प्लान का मुख्य उद्देश्य झरिया में भूमिगत आग और भू-धंसाव से प्रभावित निवासियों का सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास करना है। सरकार का लक्ष्य बेलगड़िया टाउनशिप के निवासियों को अनुकूल वातावरण प्रदान करना और उनके कौशल विकास के माध्यम से उन्हें रोजगार के अवसरों से जोड़ना है।’’
झरिया की खदान में लगी लगी आग को लेकर 2019 में किए गए नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार आग और भूमि धंसाव वाले क्षेत्रों में रहने वाले 1.4 लाख से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की आवश्यकता है।
बेलगड़िया टाउनशिप का निर्माण झरिया मास्टर प्लान के प्रथम चरण के अंतर्गत किया गया था, लेकिन कई प्रभावित निवासी अपर्याप्त सुविधाओं के कारण वहां जाने में हिचकिचा रहे हैं।
संशोधित झरिया मास्टर प्लान-2 के तहत केंद्र सरकार ने हाल ही में लोगों के सुरक्षित पुनर्वास के लिए 5,940 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
दो दिवसीय दौरे पर धनबाद पहुंची मुख्य सचिव ने शुक्रवार को संशोधित झरिया मास्टर प्लान-2 के क्रियान्वयन पर जिला प्रशासन और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
भाषा धीरज पवनेश
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