नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि मई में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए 87 घंटे के संघर्ष के दौरान “पांच जेट विमान गिराए गए”, और एक बार फिर उन्होंने दुश्मनी को रोकने में मध्यस्थता करने का ज़िक्र किया. भारत ने इन दावों को खारिज किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक भाषण के दौरान कहा, “हमने कई युद्धों को रोका. और ये गंभीर थे, भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा था. वहां से विमान गिराए जा रहे थे. मुझे लगता है कि कुल पांच जेट गिराए गए थे. ये दो गंभीर परमाणु संपन्न देश हैं, और वे एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे. यह एक नए तरह का युद्ध लग रहा था.”
“आपने हाल ही में देखा, जब हमने ईरान में क्या किया, हमने उनकी परमाणु क्षमता को पूरी तरह से खत्म कर दिया… लेकिन भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे, और यह बढ़ता जा रहा था, और हमने इसे व्यापार के ज़रिए हल किया. हमने कहा, क्या आप लोग व्यापार समझौता करना चाहते हैं? हम व्यापार समझौता नहीं करेंगे अगर आप हथियार चला रहे हैं, और शायद परमाणु हथियार भी, दोनों ही बहुत ताकतवर परमाणु देश हैं,” उन्होंने आगे कहा.
पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने इस संघर्ष के दौरान छह जेट विमानों को गिराया, जिनमें तीन राफेल भी शामिल हैं, लेकिन भारत ने इस दावे को कई स्तरों पर खारिज किया है.
जनरल अनिल चौहान, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान फाइटर एयरक्राफ्ट के नुकसान को स्वीकार किया था, लेकिन यह बात नकारी कि छह एयरक्राफ्ट गिराए गए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने “इस संघर्ष को समाप्त करने में वॉशिंगटन की भूमिका” को फिर से दोहराया, जबकि भारत ने इसे कई बार नकारा है.
नई दिल्ली ने कहा है कि संघर्षविराम आपसी समझ से हुआ था। यह समझ भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस के बीच बातचीत के दौरान बनी, यही भारत की आधिकारिक स्थिति है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने ट्रंप से फोन पर बातचीत के दौरान कहा था कि संघर्ष के दौरान भारत और अमेरिका के बीच कभी भी व्यापार पर चर्चा नहीं हुई, और यह भी दोहराया कि शांति किसी तीसरे देश की मध्यस्थता से नहीं हुई.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से साफ कहा कि इस पूरे घटनाक्रम (ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद) के दौरान, किसी भी समय, किसी भी स्तर पर, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते या अमेरिका द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई.”
मोदी ने 9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस से बात की थी. मिस्री ने कहा कि उस बातचीत में भी भारत और अमेरिका के बीच होने वाले व्यापार समझौते पर कोई चर्चा नहीं हुई.
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