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Friday, 18 July, 2025
होमदेशप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 7,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 7,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की

प्रधानमंत्री ने कई रेल परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित कीं. मोदी ने समस्तीपुर-बछवारा खंड में स्वचालित सिग्नलिंग की शुरुआत की, जिससे ट्रेन सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा.

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मोतिहारी (बिहार): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की.

ये परियोजनाएं रेल, मत्स्य पालन और अन्य क्षेत्रों से संबंधित हैं.

इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, कई केंद्रीय मंत्री और अन्य लोग उपस्थित थे.

चौधरी ने कहा कि जिला मुख्यालय मोतिहारी का प्रधानमंत्री का यह दौरा 2014 के बाद से उनका 53वां बिहार दौरा है.

मोदी ने राजेंद्र नगर (पटना) से नयी दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और भागलपुर के रास्ते मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) के बीच चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई.

प्रधानमंत्री ने कई रेल परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित कीं. मोदी ने समस्तीपुर-बछवारा खंड में स्वचालित सिग्नलिंग की शुरुआत की, जिससे ट्रेन सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा.

इस परियोजना के तहत दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर रेल लाइनों का दोहरीकरण किया जाएगा, जो 580 करोड़ रुपये से अधिक लागत से पूरा होगा.

प्रधानमंत्री ने कई रेल परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें पाटलिपुत्र में वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए बुनियादी ढांचे का विकास और भटनी-छपरा ग्रामीण मार्ग (114 किमी) पर स्वचालित सिग्नलिंग की व्यवस्था शामिल है. इससे ट्रेन सेवाओं को अधिक सुव्यवस्थित किया जा सकेगा.

भटनी-छपरा ग्रामीण खंड में ट्रैक्शन सिस्टम का उन्नयन भी परियोजनाओं में शामिल है, जिसका मकसद ट्रेन की गति बढ़ाना है.

इसके अलावा, लगभग 4,080 करोड़ रुपये की लागत वाली दरभंगा-नरकटियागंज रेल लाइन परियोजना की भी शुरुआत की गई. इस परियोजना से क्षेत्रीय क्षमता बढ़ेगी, अधिक यात्री और मालवाहन ट्रेनों का संचालन संभव होगा और उत्तर बिहार तथा देश के अन्य हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी.

प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में सड़क ढांचे को मजबूत करने के लिए आरा बायपास (एनएस-319) को चार लेन बनाने की परियोजना की नींव रखी. यह परियोजना आरा-मोहानिया एनएच-319 और पटना-बक्सर एनएच-922 को जोड़ते हुए निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और यात्रा का समय कम होगा.

मोदी ने एनएच-319 के परारिया से मोहनिया तक 4-लेन खंड का भी उद्घाटन किया, जिसकी लागत 820 करोड़ रुपये से अधिक है. यह एनएच-319 का हिस्सा है, जो आरा शहर को एनएच-02 (स्वर्णिम चतुर्भुज) से जोड़ता है, जिससे माल और यात्री आवाजाही में सुधार होगा.

इसके अलावा माल और लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने तथा बिहार और झारखंड के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए एनएच-333सी पर सरवन से चकाई तक पक्की सड़क वाली 2-लेन की भी शुरुआत की गई.

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं (आईटीईएस) तथा स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए मोदी ने दरभंगा में ‘सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई)’ के नए केंद्र का उद्घाटन किया और पटना में ‘सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई)’ के एक ‘इनक्यूबेशन’ केंद्र का उद्घाटन किया.

मोदी ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत स्वीकृत मत्स्य विकास परियोजनाओं की एक शृंखला का भी उद्घाटन किया.

मोदी ने बिहार में दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत लगभग 61,500 स्वयं सहायता समूहों के लिए 400 करोड़ रुपये जारी किए. महिला नीत विकास पर विशेष ध्यान देते हुए 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जोड़ा गया है.

प्रधानमंत्री ने 12,000 गृहस्वामियों को ‘गृह प्रवेश’ के तहत चाबियां सौंपी और प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 40,000 लाभार्थियों के लिए 160 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की.

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