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Friday, 18 July, 2025
होमदेशबॉम्बे हाईकोर्ट ने बीमार हाथी महादेवी को वंतारा से जुड़े ट्रस्ट में भेजने की मंज़ूरी दी

बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीमार हाथी महादेवी को वंतारा से जुड़े ट्रस्ट में भेजने की मंज़ूरी दी

जामनगर में बने राधे कृष्ण हाथी कल्याण ट्रस्ट में अब महादेवी को रखा जाएगा. पैनल ने हाथियों के अच्छे इलाज और देखभाल के समर्थन में किताब 'द एलीफेंट व्हिस्परर' की बातों का ज़िक्र किया.

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मुंबई: बॉम्बे हाई कोर्ट ने कोल्हापुर में मौजूद बीमार हाथिनी महादेवी को जामनगर के राधे कृष्ण एलिफेंट वेलफेयर ट्रस्ट में शिफ्ट करने की अनुमति दे दी है. यह ट्रस्ट खासतौर पर हाथियों की देखभाल के लिए बना एक केंद्र है.

यह फैसला महादेवी की सेहत और उसकी भलाई को लेकर उठी चिंताओं के जवाब में आया है.

यह ट्रस्ट अनंत अंबानी की वंतारा पहल द्वारा समर्थित है और अपनी समर्पित देखभाल, पशु चिकित्सा विशेषज्ञता और बड़े प्राकृतिक आवासों के लिए जाना जाता है. लंबे समय तक पुनर्वास के लिए बना यह केंद्र भारत में पशु कल्याण के क्षेत्र में अग्रणी रहा है.

कोर्ट में पेश रिपोर्टों में बताया गया कि महादेवी गंभीर चोटों से जूझ रही है और उसके ठीक होने के लिए बेहतर माहौल की ज़रूरत है. उसकी हालत और उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा के बाद, हाई कोर्ट ने फैसला किया कि हाथिनी के ठीक होने की सबसे अच्छी संभावना एक ऐसे केंद्र में है जो खासतौर पर हाथियों की देखभाल के लिए बना हो.

“बोल नहीं पाने वाली और बेबस महादेवी” के अधिकारों की रक्षा के लिए कोर्ट ने पैरेन्स पैट्रिया (parens patriae) सिद्धांत का हवाला दिया और अपने फैसले में कहा, “हमने हाथिनी के जीवन और उसकी अच्छी गुणवत्ता वाली ज़िंदगी के अधिकार को प्राथमिकता दी है, इंसानों के हाथी के उपयोग करने के अधिकार से ऊपर रखा है.”

पैनल ने हाथियों के बेहतर व्यवहार के पक्ष में लॉरेंस एंथनी की किताब ‘दि एलिफेंट व्हिस्परर’ की पंक्तियों का भी जिक्र किया.

यह फैसला उन जानवरों की भावनात्मक और शारीरिक ज़रूरतों को समझने की दिशा में एक करुणापूर्ण कदम है, जो अपना दर्द खुद नहीं कह सकते. इस शिफ्टिंग के बाद उम्मीद की जा रही है कि महादेवी को केंद्रित इलाज और शांति भरा माहौल मिलेगा, जो उसके ठीक होने के लिए ज़रूरी है.

जामनगर स्थित यह सेंक्चुरी अनुभवी पशुचिकित्सकों, प्राकृतिक भोजन स्थल और लगातार देखभाल की एक मजबूत व्यवस्था प्रदान करता है, जिससे महादेवी जैसे हाथियों को गरिमा और सुकून भरी ज़िंदगी का दूसरा मौका मिल सके.


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