नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) संसद की एक समिति की बैठक में बुधवार को विमानन क्षेत्र में सुरक्षा पर विशेष रूप से चर्चा की गई और इसके सदस्यों ने आधिकारिक एजेंसियों तथा निजी एयरलाइनों द्वारा अपनाए जा रहे सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए।
पिछले महीने अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना ने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को केंद्र में ला दिया है।
सूत्रों ने बताया कि परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के कुछ सदस्यों ने विमानन नियामक डीजीसीए में बड़ी संख्या में रिक्तियों को लेकर चिंता जताई, जबकि कुछ अन्य ने एजेंसी द्वारा समिति की कई पूर्व सिफारिशों को लागू नहीं करने का उल्लेख किया।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) सहित कई आधिकारिक एजेंसियों द्वारा जनता दल (यू) सांसद संजय कुमार झा की अध्यक्षता वाली समिति की दिन भर चलने वाली बैठक के दौरान प्रस्तुतीकरण दिए जाने की उम्मीद है।
एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन उन एयरलाइन के प्रतिनिधियों में शामिल हैं जो इस बैठक में भाग ले रहे हैं।
इनमें से कई अधिकारी मंगलवार को हुई लोक लेखा समिति की बैठक में भी शामिल थे।
डीजीसीए ने पीएसी की बैठक के दौरान यह कहा था कि वह हाल ही में महाकुंभ के दौरान और पहलगाम आतंकी हमले के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अब हवाई टिकट की कीमतों में भारी वृद्धि को रोकने के लिए एक तंत्र स्थापित करेगा।
बीते 12 जून को एअर इंडिया का विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइन अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
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हक पवनेश
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