नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के चेयरपर्सन घनश्याम प्रसाद ने बुधवार को कहा कि लगभग 12,500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) परियोजनाएं निविदा प्रक्रिया में हैं। इसके साथ 3,300 मेगावाट क्षमता वाली परियोजनाएं पाइपलाइन में है।
प्रसाद ने यहां भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह के दूसरे दिन कहा, ‘‘हमारे पास लगभग 3,300 मेगावाट क्षमता पाइपलाइन में है… लगभग 12,500 मेगावाट (लगभग 42,000 मेगावाट घंटा) क्षमता निविदा चरण में है।’’
उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान बीईएसएस क्षमता ‘बहुत कम’ है। यह लगभग 205 मेगावाट (506 मेगावाट घंटा) है।
प्रसाद ने कहा कि इस वर्ष सरकार देश में लगभग 3,000 मेगावाट जलविद्युत पंप भंडारण परियोजना (पीएसपी) क्षमता का लक्ष्य लेकर चल रही है और आने वाले वर्षों में इसे 50 गीगावाट तक बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘… अगले पांच या छह साल में इस आंकड़े को पांच गीगावाट से बढ़ाकर लगभग 50 गीगावाट या उससे अधिक जलविद्युत पंप भंडारण परियोजना (पीएसपी) किया जाए… और हम इस पर काम कर रहे हैं।’’
भाषा रमण अजय
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