शिमला, तीन जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिमाचल प्रदेश मामलों के प्रभारी और पूर्व राज्यसभा सदस्य अविनाश राय खन्ना ने राज्य के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह द्वारा शिमला में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ कथित तौर पर की गई मारपीट मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से हस्तक्षेप की मांग की है।
राय ने बुधवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को भेजे एक पत्र में उक्त घटना को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया और मानवाधिकार निकाय से इस संबंध में कार्रवाई करने और सरकार को निर्देश देने का अनुरोध किया। भाजपा की ओर से बृहस्पतिवार को पत्र की एक प्रति उपलब्ध कराई गई।
यह मामला एनएचएआई के कर्मचारियों, शिमला में चार लेन परियोजना के प्रबंधक अचल जिंदल और उनके सहयोगी योगेश पर हमले से संबंधित है। आरोप है कि उन्हें सिंह ने एक कमरे में बुलाया और उनकी पिटाई की।
मंत्री ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में आरोपों से इनकार किया और कहा कि ‘‘ प्राथमिकी दर्ज होने का अभिप्राय यह नहीं है कि मैं दोषी हूं।’’ उन्होंने एनएचएआई द्वारा सड़क निर्माण कार्यों में व्यापक अनियमितता का भी आरोप लगाया और इसके अधिकारियों को ‘‘देश में सबसे भ्रष्ट’’ बताया।
इस बीच, एनएचएआई अभियंता संघ ने भी एनएचआरसी को लिखे पत्र में जिंदल पर कथित हमले के लिए मंत्री और छह अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि अधिकारी के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।
कथित घटना सोमवार को उस समय हुई जब मंत्री शिमला शहर के उपनगरीय क्षेत्र कसुम्पटी में अपने विधानसभा क्षेत्र के भट्टा कुफ्फार में निरीक्षण कर रहे थे जहां एक इमारत ढह गयी थी। इमारत ढहने के बाद मंत्री ने वहां एनएचएआई के अधिकारियों को बुलाया था।
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