मुंबई, तीन जुलाई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन भी गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 170 अंक टूट गया। बाजार में कारोबार के दौरान तेजी थी लेकिन अंतिम घंटे में वित्तीय कंपनियों और धातु शेयरों में बिकवाली से यह गिरावट के साथ बंद हुआ।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 170.22 अंक यानी 0.20 प्रतिशत टूटकर 83,239.47 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 440.4 अंक तक चढ़ गया था।
पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी भी 48.10 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,405.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स, ट्रेंट, भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में मारुति, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो) और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों की साप्ताहिक समाप्ति के दिन बाजार में उतार-चढ़ाव रहा और यह मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ…।’’
उन्होंने कहा कि क्षेत्रावार देखा जाए तो रुख मिला-जुला रहा। वाहन और औषधि क्षेत्र के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि धातु और रियल्टी सबसे ज्यादा नुकसान में रहे।
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.47 प्रतिशत चढ़ा, जबकि मझोली कंपनियों से जुड़े बीएसई मिडकैप में 0.06 प्रतिशत की गिरावट आई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि शुल्क छूट को लेकर 90 दिन की अवधि समाप्त होने वाली है। ऐसे में अमेरिका-भारत व्यापार समझौते से जुड़े घटनाक्रमों पर निवेशकों की निगाह बनी हुई है। अधिक मूल्यांकन के कारण हाल के दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सतर्क हो गए हैं।
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख था। बुधवार को अमेरिका के ज्यादातर बाजार लाभ में रहे थे।
बृहस्पतिवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर जून में 10 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सकारात्मक मांग और बिक्री में जारी सुधार के बीच अंतरराष्ट्रीय बिक्री और रोजगार सृजन में मजबूत विस्तार से सेवा क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई व्यापार गतिविधियां सूचकांक मई के 58.8 से बढ़कर जून में 60.4 हो गया। इसका कारण नए कारोबारी ऑर्डर में तेजी है।
क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में, 50 से ऊपर का अंक विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को बताता है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.03 प्रतिशत टूटकर 68.40 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,561.62 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 287.60 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 88.40 अंक की गिरावट आई थी।
भाषा रमण अजय
अजय
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