बदायूं (उप्र), दो जुलाई (भाषा) बदायूं जिले के कादर चौक क्षेत्र से अगवा की गई एक किशोरी ने मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए अपने बयान में पुलिस के एक उपनिरीक्षक (एसआई) पर थाने में उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि 15 वर्षीय पीड़िता का गत नौ जून को कादरचौक थाना क्षेत्र के एक गांव से मुजक्किर नामक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था। पीड़िता के परिजन ने 10 जून को थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की एक टीम ने 21 जून को तमिलनाडु में किशोरी को मुक्त कराया और 23 जून को उसे ट्रेन से वापस लाया गया।
सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने 27 जून को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में आरोप लगाया है कि वापस आने पर कादरचौक थाने में एक उपनिरीक्षक हरिओम ने उसे अपने कमरे में रखा और उसके साथ बलात्कार किया।
पीड़िता ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि उसकी दादी ने उसे मुजक्किर को बेच दिया था। वह उसे तमिलनाडु ले गया। वहीं, एसआई हरिओम ने बदायूं लौटते समय ट्रेन में उसके साथ जबरदस्ती की।
किशोरी का आरोप है कि 23 जून को शाम सात बजे थाने पहुंचने पर हरिओम उसे अपने कमरे में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। हालांकि बाद में उसने अपनी मां को यह बात बताई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
मामले की जांच कर रहे उझानी के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) देवेंद्र सिंह ने एक अलग घटनाक्रम बताया। उन्होंने बताया कि किशोरी को 23 जून को अपराह्न तीन बजकर 37 मिनट पर थाने लाकर महिला हेल्प डेस्क के समक्ष रखा गया था और फिर उसी दिन शाम चार बजकर 41 मिनट पर वन स्टॉप सेंटर ले जाया गया। उसे मेडिकल जांच के लिए तीन दिनों तक वहां रखा गया।
सीओ ने बताया कि 27 जून को मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में पीड़िता ने कथित तौर पर कहा था कि आरोपी मुजक्किर ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया और एसआई हरिओम ने बदायूं लौटते समय ट्रेन में उसके साथ छेड़छाड़ की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
उन्होंने कहा कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
एसआई हरिओम को पीड़िता के बयान दर्ज होने के अगले दिन 28 जून को कादरचौक थाने से स्थानांतरित करके उसे शाहजहांपुर भेज दिया गया था।
भाषा सं सलीम सुभाष
सुभाष
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