मुंबई, दो जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने बुधवार को कहा कि स्कूलों में हिंदी पढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि इससे देश भर के लोगों को आपस में जोड़ने में मदद मिलती है।
यह टिप्पणी विपक्ष को सरकार को घेरने का नया मौका दे सकती है।
अमृता का यह बयान भाजपा नीत सरकार द्वारा उस सरकारी आदेश (जीआर) को वापस लेने के तीन दिन बाद आया है, जिसके तहत पहली से पांचवीं कक्षा तक हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में शामिल किया गया था।
अमृता फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र के लिए मराठी नंबर एक (भाषा) है, इसमें कोई संदेह नहीं है। वैश्विक स्तर पर संवाद करने के लिए अंग्रेजी उपयोगी है। लेकिन उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक देश भर के लोगों से जुड़ने के लिए, मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि हिंदी को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा कि छात्रों को उपलब्ध भाषा विकल्पों में से चुनने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।
भाषा
शफीक नरेश
नरेश
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