जम्मू, दो जुलाई (भाषा) उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती क्षेत्रों के समावेशी विकास के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराई और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान स्थानीय निवासियों के साहस की सराहना की।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सिन्हा यहां अरनिया सेक्टर के सीमावर्ती गांव चांगिया में अपने दौरे के दौरान एक सभा को संबोधित कर रहे थे। सिन्हा ने ‘दाती मां देव स्थान’ पर भी पूजा-अर्चना की।
उन्होंने बृहस्पतिवार से शुरू हो रही अमरनाथ तीर्थयात्रा के सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न होने के लिये प्रार्थना की। बुधवार सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से उपराज्यपाल ने 5,892 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई।
सिन्हा ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमावर्ती गांवों के निवासियों द्वारा दिखाए गए साहस की सराहना की, जब भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम हमले के जवाब में सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर मिसाइल हमले किए थे।
चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने सीमावर्ती गांवों पर भारी मोर्टार और तोपखाने से गोलाबारी की, ड्रोन और मिसाइल हमले किए, उसके बाद दोनों देशों ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।
सिन्हा ने कहा, “सीमावर्ती क्षेत्र रक्षा की पहली पंक्ति हैं। ‘जीवंत ग्राम’ कार्यक्रम बेहतर बुनियादी ढांचे के माध्यम से हमारे सीमावर्ती गांवों में बदलाव ला रहा है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस क्षेत्र के गांवों को इस कार्यक्रम के तहत शामिल किया जाए।”
उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया कि पवित्र दाती मां देव स्थान को धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर स्थान दिलाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
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