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बुधवार, 2 जुलाई, 2025
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देश में 11 नदी निगरानी केंद्र पर जल स्तर बाढ़ चेतावनी स्तर के पार : सीडब्ल्यूसी

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नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने बुधवार को कहा कि देश में 11 नदी निगरानी केंद्रों पर पानी का स्तर बाढ़ चेतावनी स्तर को पार कर गया है। हालांकि, सीडब्ल्यूसी ने स्पष्ट किया कि फिलहाल किसी भी केंद्र पर पानी का स्तर खतरे के निशान या बाढ़ की चरम सीमा तक नहीं पहुंचा है।

आयोग ने केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की ओर से जारी अपने दैनिक बाढ़ बुलेटिन के तहत यह जानकारी साझा की है।

बुलेटिन में बताया गया है कि अभी कोई भी नदी निगरानी केंद्र “गंभीर” या “उच्चतम” बाढ़ की स्थिति वाली श्रेणी में नहीं है, यानी किसी भी स्थान पर पानी का स्तर खतरे के निशान या ऐतिहासिक रूप से बाढ़ के उच्चतम स्तर तक नहीं पहुंचा है।

हालांकि, इसमें असम, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के 12 नदी निगरानी केंद्रों को उन जगहों के रूप में चिह्नित किया गया है, जहां बाढ़ का खतरा “सामान्य से अधिक” है और जल स्तर चेतावनी सीमा को पार कर गया है, लेकिन खतरे के निशान से नीचे है।

बुलेटिन के मुताबिक, असम के करीमगंज में कुशियारा नदी और नेमाटीघाट (जोरहाट) में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर चिंता के स्तर के करीब पहुंच गया है।

इसमें कहा गया है कि बिहार के बलतारा में कोसी, बेनीबाद में बागमती और डुमरियाघाट में गंडक नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिस पर नजर रखी जा रही है।

बुलेटिन के अनुसार, उत्तर प्रदेश में चार जगहों पर कड़ी निगरानी की जा रही है, जिनमें फतेहगढ़ और कछला पुल पर गंगा, एल्गिनब्रिज पर घाघरा और खड्डा पर गंडक नदी शामिल हैं, जहां जलस्तर 95 मीटर के चेतावनी स्तर को छू गया है।

इसमें कहा गया है कि ओडिशा में बालेश्वर जिले के मथानी रोड ब्रिज और राजघाट में सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है, जबकि तमिलनाडु में मुसिरी में कावेरी नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया है।

जलाशय और बैराज के मामले में सीडब्ल्यूसी ने आंध्र प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों के 23 स्थलों के लिए अंतर्वाह पूर्वानुमान जारी किया है।

आय़ोग के मुताबिक, कर्नाटक में अलमट्टी, नारायणपुर और तुंगभद्रा सहित ज्यादातर प्रमुख जलाशयों उच्च अंतर्वाह के साथ पानी के स्तर में वृद्धि या उसके स्थिर होने का रुझान देखा जा रहा है।

सीडब्ल्यूसी ने कहा कि ओडिशा में रेंगाली जलाशय और पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर बैराज में भी उल्लेखनीय जल प्रवाह देखा गया है, जिससे निचले इलाकों में संभावित प्रभाव के लिए चेतावनी जारी की गई है।

आयोग ने पुष्टि की कि सक्रिय मानसून की स्थिति के बावजूद किसी भी नदी निगरानी केंद्र पर पानी का स्तर अपने पिछले उच्चतम बाढ़ स्तर तक नहीं पहुंचा है या उसके पार नहीं गया है।

भाषा पारुल अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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