इस्लामाबाद, दो जुलाई (भाषा) पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पोलियो वायरस का एक और मामला सामने आया है जिससे देशभर में इस साल अब तक संक्रमित मामलों की कुल संख्या बढ़कर 14 हो गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच), इस्लामाबाद की पोलियो उन्मूलन क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला ने बताया कि नया मामला प्रांत के उत्तर वजीरिस्तान जिले से सामने आया है, जहां 19 महीने के एक बच्चे में पोलियो वायरस की पुष्टि हुई है।
इस नए मामले के साथ ही खैबर पख्तूनख्वा में पोलियो के मामलों की कुल संख्या अब आठ हो गई है।
इससे पहले इस साल सिंध में चार और पंजाब तथा गिलगित-बाल्टिस्तान में एक-एक मामले की पुष्टि हुई थी।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ दुनिया के उन दो देशों में शामिल है, जो अब भी पोलियो से मुक्त नहीं हुए हैं। वायरस को खत्म करने के वैश्विक प्रयासों के बावजूद, सुरक्षा के मुद्दों, टीके लगवाने में हिचकिचाहट और गलत सूचना जैसी चुनौतियों ने बीमारी से उबरने की प्रगति को धीमा कर दिया है।
इस साल पाकिस्तान में अब तक फरवरी, अप्रैल और मई में तीन देशव्यापी पोलियो रोधी अभियान चलाए जा चुके हैं।
पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन प्रयासों को अक्सर सुरक्षा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
पोलिया का नया मामला प्रांत में एक सप्ताह के भीतर सामने आया दूसरा मामला है। इससे पहले 27 जून को टांक जिले की यूनियन काउंसिल अमाखेल में 18 महीने के एक बच्चे में पोलियो की पुष्टि हुई थी, जो इस साल राज्य में पोलियो का सातवां मामला था।
मई में पाकिस्तान ने इस साल का तीसरा पोलियो रोधी अभियान चलाया था, जिसका लक्ष्य पांच वर्ष से कम आयु के 4.5 करोड़ बच्चों को टीका लगाना था। सरकार ने वर्ष के अंत तक पोलियो उन्मूलन का संकल्प लिया है।
पोलियो एक अत्यंत संक्रामक और लाइलाज बीमारी है, जो जीवनभर के लिए लकवा का कारण बन सकती है। इससे बचाव का एकमात्र प्रभावी तरीका पांच वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे को ‘ओरल पोलियो वैक्सीन’ की खुराक देना है।
भाषा राखी वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.