ढाका, 30 जून (भाषा) बांग्लादेश में छात्र कार्यकर्ता अबू सईद की हत्या मामले में सोमवार को सुनवाई शुरू हुई।
सईद की पिछले साल सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद देश भर में आंदोलन शुरू हो गया था और शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार को सत्ता से हटना पड़ा था।
रंगपुर स्थित बेगम रुकैया विश्वविद्यालय के 23 वर्षीय छात्र सईद की पिछले वर्ष 16 जुलाई को तत्कालीन हसीना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में गोली लगने से मौत हो गयी थी।
सईद की मौत के वीडियो और फोटो व्यापक रूप से प्रसारित किए गए थे, जिससे देश भर में लोगों में आक्रोश पैदा हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी-बीडी) ने इस मामले में बेगम रुकैया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति हसीबुर रशीद समेत 30 व्यक्तियों के खिलाफ अभियोजन पक्ष के आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
न्यायाधिकरण ने 26 आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जबकि चार – विश्वविद्यालय के पूर्व प्रॉक्टर, दो पुलिसकर्मी और अब भंग हो चुके अवामी लीग के छात्र संगठन छात्र लीग के एक नेता – पहले से ही जेल में हैं।
मुख्य अभियोक्ता ताजुल इस्लाम ने आरोप पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें दावा किया गया कि सईद की हत्या तत्कालीन प्रधानमंत्री के आदेश पर एक व्यवस्थित कार्रवाई का हिस्सा थी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसे अंजाम दिया था।
न्यायाधिकरण ने आरोपों को स्वीकार कर लिया और वारंट जारी किये।
भाषा राजकुमार धीरज
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