(फाइल फोटो के साथ)
गोवालपारा (असम), 24 जून (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न स्थानों पर गोमांस फेंकने का ‘‘धंधा’’ बंद होना चाहिए, अन्यथा अन्य लोग जवाबी कार्रवाई में विभिन्न क्षेत्रों में सूअर का मांस रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि ऐसा कुछ हो और ऐसे मामलों पर कोई ‘‘झगड़ा’’ नहीं होना चाहिए।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंदू धर्म स्थलों और अन्य क्षेत्रों के पास कथित तौर पर ‘गोमांस’ और गाय के अंग फेंके जाने की हाल की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘‘हमें इन लोगों को गोमांस फेंकने के इस धंधे से रोकना होगा, अन्यथा अन्य लोग विभिन्न स्थानों पर सूअर का मांस रखना शुरू कर देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि यदि हिंदुओं को एक प्रकार का मांस पसंद नहीं है, तो मुसलमान भी दूसरे प्रकार को पसंद नहीं करते… यदि मंदिरों और नामघरों (वैष्णव पूजा स्थल) के सामने गोमांस फेंका जाता है, तो वे तब क्या करेंगे, जब मस्जिदों के सामने सूअर का मांस रखा जाएगा?’’
शर्मा ने कहा कि इन चीजों पर झगड़े नहीं होने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि ऐसा कुछ हो। इन जगहों को शाकाहारी रखा जाना चाहिए, यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।’’
शर्मा ने 8 जून को कहा था कि बकरीद के त्योहार के दौरान असम में कई जगहों पर कथित तौर पर कई मवेशियों का अवैध रूप से वध किया गया और मांस के टुकड़ों को कई स्थानों पर फेंक दिया गया।
पुलिस ने राज्य में सांप्रदायिक अशांति पैदा करने की दृष्टि से गायों का अवैध वध करने को लेकर अब तक 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 50 से अधिक अकेले धुबरी में हैं।
भाषा राजकुमार नरेश
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