लखनऊ : चुनाव के बाद लखनऊ में अपनी पहली आधिकारिक प्रेस काॅन्फ्रेंस में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अनुच्छेद 370 पर खुलकर बोले. उन्होंने कहा कि जो आज कश्मीरियों के साथ हो रहा है, वो कल हमारे साथ भी होगा. 20 दिनों से अधिकतर कश्मीरी घरों से बाहर नहीं निकले. अगर वहां हालात सामान्य होते तो ऐसा नहीं होता.
कश्मीर के हालात पर उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद 370 हटाने का मुद्दा बीजेपी के घोषणापत्र में था. क्या (इसे हटाने को लेकर) वहां के लोगों में वही खुशी है जो उन्होंने सड़कों पर मनायी? जो उनके साथ हुआ है वह कल हमारे-आपके साथ भी होगा.’
बता दें कि अखिलेश ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के औचित्य पर लोकसभा में भी सवाल उठाए थे. सोमवार को लखनऊ में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर भी उन्होंने अपनी बात खुलकर रखी. उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने को लेकर विपक्ष में फूट साफ दिख रही है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मुद्दे पर जहां केंद्र को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करते हुए राहुल गांधी और अन्य दलों के कश्मीर दौरे पर सवाल उठाए, वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के फैसले की फिर आलोचना की है.
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अखिलेश ने ये भी कहा कि सरकार एजेंसियों के जरिए डर बनाने का काम कर रही हैं. एजेंसियों का इस्तेमाल बीजेपी सरकार से सीखना चाहिए. अब सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स के जरिए लोकतंत्र चलाया जा रहा है.
योगी सरकार पर भी जमकर साधा निशाना
अखिलेश ने अपनी प्रेस काॅन्फ्रेंस में यूपी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मंत्रियों का इस्तीफा देना, विभागों का बदलना बता रहा है कि भ्रष्टाचार चरम पर था, आगे ढाई साल भी इसी में गुजर जाएंगे. चुनाव खत्म होते ही डीजल पेट्रोल महंगा कर दिया गया, केवल वोट लेने के लिये दाम घटाए गए थे.’ यूपी को हत्या प्रदेश बताते हुए अखिलेश ने कहा, ‘यूपी में अपराध कम करने के नाम पर न जाने कितने एनकाउंटर हो चुके हैं. सरकार एक बार में सूचना क्यों नहीं देती है कि यूपी में कितने अपराधी और कितनों के ऊपर इनाम है.’
पूर्व बसपा मंत्री सपा में शामिल
इस दौरान पूर्व बीएसपी नेता और यूपी के मंत्री घूरा राम समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. अब अखिलेश की निगाहें बसपा के नेताओं को तोड़ने पर हैं. बता दें कि पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुनकाद अली को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया. वहीं, यादव वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए नौकरशाह से सांसद बने श्याम सिंह यादव को लोकसभा में दलनेता नियुक्त किया था. अब सपा भी बसपा को झटके देने की रणनीति बना रही है. बसपा से सपा में शामिल हुए घूरा राम ने कहा, ‘बीएसपी के 80 फीसदी लोग एसपी में जुड़ने को तैयार हैं. उनको अखिलेश यादव के नेतृत्व में विश्वास है. बसपा से दुःखी तमाम नेता-कार्यकर्ता सपा में आएंगे.’