लखनऊ, नौ मई (भाषा) उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार को लखनऊ में भारतीय सैनिकों का मनोबल बढ़ाने एवं उनके विजयघोष के लिए निकाली जाने वाली ‘‘जय हिन्द यात्रा’’ को उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने तानाशाही रवैये का परिचय देते हुए रोक दिया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर पूरे भारत में सेना के शूरवीरों के समर्थन में ‘‘जय हिन्द यात्रा’’ निकाली जा रही है।
लखनऊ में यह यात्रा कैसरबाग में शहीद स्मारक से शुरू होकर अमीनाबाद में गुलाब सिंह लोधी (झंडेवाला पार्क) पर समाप्त होने वाली थी।
कांग्रेस के राज्य मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार, पूर्व सैनिकों के साथ राष्ट्रीय ध्वज लेकर चल रहे इस जुलूस को अधिकारियों ने शुरू होने के कुछ ही देर बाद रोक दिया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने सरकार की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे ‘भयभीत प्रशासन का संकेत’ बताया।
उन्होंने कहा कि यह डरी सहमी प्रदेश की निरंकुश योगी सरकार है, जो अब सेना के सम्मान में निकाली जाने वाली शांतिपूर्ण यात्राओं से भी डरने लगी है।
राय ने कहा “आज पूरा देश भारतीय सेना पर नाज कर रहा है, उनके पराक्रम को सलाम कर रहा है। मगर दुर्भाग्य देखिए कि प्रदेश की योगी सरकार इसके भी खिलाफ है।”
उन्होंने कहा “एक तरफ जहां पूरे देश में ‘‘जय हिन्द यात्रा’’ निकाली जा रही है और कहीं भी किसी भी प्रदेश में इस यात्रा को नहीं रोका गया है वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार ने पुनः अपने छोटे दिल का परिचय देते हुए ’’जय हिन्द यात्रा’’ को रोककर यह सिद्ध कर दिया कि उसका लोकतंत्र में कोई भी विश्वास नहीं है।”
राय ने कहा कि “मगर हम कांग्रेस के सिपाही हैं और इस निर्णायक घड़ी में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पूरी निष्ठा के साथ खड़े है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता तन-मन-धन से अपने देश पर न्यौछावर है। हम योगी सरकार की इस तानाशाही से नहीं डरने वाले।’’
बयान में कहा गया है कि यात्रा के रोके जाने के बाद उपस्थित कांग्रेसजनों द्वारा शहीद स्मारक पर ही जयघोष के नारे लगाए गए तथा राष्ट्रगान कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी और लोकसभा सदस्य तनुज पुनिया सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे।
भाषा आनन्द रंजन
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