नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला कर विभाग सोशल मीडिया पर करदाताओं की शिकायतों का निपटारा करने के लिए और अधिक सक्रिय हो गया है ,क्योंकि वे टैक्स टेररिज्म की छवि को सुधारना चाहते हैं.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नक्शेकदम पर चलते हुए सीतारमण ने कदम बढ़ाते हुए कर विभागों को सक्रिय रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनको और विभागों को दी गई सभी शिकायतों का जवाब देने का निर्देश दिया है.
सुषमा स्वराज ने खुद की एक पहचान बना ली थी, क्योंकि वे विदेश में मुश्किल परिस्थितियों में फंसे भारतीयों के द्वारा ट्वीट करने पर खुद व्यक्तिगत रूप से मदद करती थी. उन्होंने व्यक्तिगत रूप से विदेशों में फंसे भारतीयों को वीजा या चिकित्सा संबंधी समस्याओं में लोगों की मदद की, जिसकी वजह से मोदी सरकार के सबसे लोकप्रिय मंत्रियों में से एक थी.
हालांकि, सीतारमण व्यक्तिगत रूप से सुषमा स्वराज जैसे शिकायतों का जवाब नहीं दे रही हैं, लेकिन वह कर विभाग को सरकार द्वारा अधिक करदाता-हितैषी बनने के प्रयासों के अनुरूप सभी प्रश्नों का जवाब दिलवाने का प्रयास कर रही हैं.
सोशल मीडिया पर हैं सक्रीय
कर विभाग के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त कहा कि आयकर विभाग ने जुलाई के मध्य में सीतारमण के फटकार लगाने बाद समाधान शुरू कर दिया था और अगस्त की शुरुआत के बाद सीबीडीटी ने करदाताओं की शिकायतों का समाधान करना शुरू कर दिया था.
सीतारमण वित्त मंत्रालय के सभी पांच सचिवों के साथ दैनिक बैठक करती हैं. मंत्री को मिलने वाली सभी शिकायतों को ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया वेबसाइटों पर राजस्व सचिव को सौंप दी जाती हैं.
ज्यादातर प्रतिक्रियाएं अलग-अलग होती हैं, जैसे ‘हम आपकी मदद करने के लिए यहां हैं या ‘हमने आपकी चिंता नोट कर लिया है और करदाताओं की शिकायत को दूर करने के लिए करदाता से ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहते हैं.
निश्चित रूप से ‘टैक्स टेररिज्म’ के टैग को हटाने का पहला कदम हो सकता है, जो अक्सर कर विभाग से जुड़ा होता है. अभी हाल ही में, बायोकॉन इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर किरण मजूमदार शॉ और अरहान कैपिटल के चेयरमैन मोहनदास पई सहित कई कॉरपोरेट्स ने टैक्स टेररिज्म के खिलाफ बात की थी और बताया था कि सरकार इसे रोकने में असमर्थ रही है.
कई अन्य व्यक्तिगत करदाताओं के बीच टैक्स विभाग ने पई को जवाब दिया जिन्होंने कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की कथित आत्महत्या के बाद टैक्स आतंकवाद के लिए लगातार सरकार पर आरोप लगाया था.
@PMOIndia @narendramodi @nsitharaman Madame pl change this; tomorrow you could be subject to tax terrorism yourself; @sanjeevsanyal @rsprasad Parliament has failed citizens https://t.co/3J9ci2rzyQ
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) August 10, 2019