चंडीगढ़, 24 मार्च (भाषा) पंजाब विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में पार्टी के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भोलाथ सीट से विधायक खैरा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान का ध्यानाकर्षण करने का प्रयास किया, ताकि उन्हें सदन में मुद्दा उठाने की अनुमति दी जा सके।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा भी खैरा के समर्थन में खड़े हुए और विधानसभा अध्यक्ष से उन्हें बोलने की अनुमति देने का आग्रह किया।
जब खैरा विधानसभा अध्यक्ष से उन्हें बोलने की अनुमति देने का अनुरोध करते रहे, तो संधवान ने विधायक से कहा कि यह उनका (अध्यक्ष) विशेषाधिकार है कि सदन में किसे बोलने का मौका दिया जाए।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा यह बात कहे जाने के बाद खैरा बैठ गए।
खैरा कुछ मिनट बाद अपनी सीट से फिर उठे और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से किसानों से संबंधित मुद्दा उठाने की अनुमति देने का अनुरोध किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने हालांकि विधायक संदीप जाखड़ को सदन में बोलने की अनुमति दी।
खैरा ने जब बोलने की अनुमति न दिए जाने पर नाराजगी जताई, तो संधवान ने उनसे कहा, ‘‘आप एक माननीय सदस्य को पंजाब के लोगों के मुद्दे उठाने से रोक रहे हैं।’’
बाद में, कांग्रेस विधायक सदन से बहिर्गमन करने से पहले विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए।
हालांकि, कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह और हरदेव सिंह लाडी कुछ देर तक बैठे रहे और बाद में वे भी सदन से बाहर चले गए।
भाषा प्रीति दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.