केंद्रपाड़ा, नौ मार्च (भाषा) ओडिशा के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य के एकाकुलानासी द्वीप पर लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुए फिर से दिखाई दिए हैं। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि 33 वर्षों के अंतराल के बाद यह कछुए सामूहिक रूप से अंडे देने और उन्हें सेने के लिए आए हैं।
सहायक वन संरक्षक मानस दास ने कहा, ‘‘द्वीप का रमणीय समुद्र तट समुद्री कटाव से प्रभावित हुआ, जिसके कारण समुद्र तट का स्वरूप छोटा हो गया। हालांकि, 2020 से इसमें वृद्धि शुरू हुई और अब समुद्र तट का पहले की तुलना में विस्तार हुआ है। यह कछुओं के लिए अंडे देने के लिए सामूहिक रूप से आने के लिए अनुकूल साबित हुआ है।’’
दास ने कहा कि कछुओं की यह समुद्री प्रजाति आखिरी बार 1992 में समुद्र तट पर दिखाई दी थी, जब तीन लाख कछुओं ने अंडे दिए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह ओडिशा वन विभाग के नेतृत्व में चल रही कछुआ संरक्षण पहल में एक अत्यंत सकारात्मक प्रगति है। ’’
हर साल ओडिशा तट पर लाखों की संख्या में ओलिव रिडले कछुए सामूहिक रूप से अंडे देने के लिए आते हैं।
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