scorecardresearch
Monday, 3 March, 2025
होमदेशछात्रों को आयुष अनुसंधान केंद्रों की प्रयोगशाला देखने के लिए ले जाया गया

छात्रों को आयुष अनुसंधान केंद्रों की प्रयोगशाला देखने के लिए ले जाया गया

Text Size:

नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले संस्थानों ने छात्रों को पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में प्रयोगशाला कार्य का अनुभव कराने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए।

आयुष मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि ‘वैज्ञानिक के रूप में एक दिन’ पहल के तहत छात्रों के लिए दौरे आयोजित किए गए, जिससे उन्हें ‘‘वैज्ञानिक अनुसंधान का गहन अनुभव’’ मिला। इस दौरान उन्हें ‘‘प्रयोगशाला के काम, उन्नत उपकरणों एवं आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति के साथ पारंपरिक चिकित्सा के मेल का प्रत्यक्ष अनुभव’’ मिला।

हाल में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने छात्रों को अपनी जिज्ञासा को पोषित करने और वैज्ञानिक समझ को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान प्रयोगशालाओं, तारामंडल, अंतरिक्ष केंद्रों एवं विज्ञान संस्थानों का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

बयान में कहा गया है, ‘‘इस दृष्टिकोण से प्रेरित होकर आयुष संस्थानों ने छात्रों का अपने शोध केंद्रों में स्वागत किया, जिससे उन्हें वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने, अत्याधुनिक तकनीक का पता लगाने और मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा में आयुष प्रणालियों की विशाल क्षमता को समझने का मौका मिला।’’

इस पहल के तहत जयपुर के एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों ने 19 फरवरी, 2025 को राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर का दौरा किया।

छात्रों ने श्वसन प्रणाली पर विशेष रूप से केंद्रित ‘क्रिया शरीर विभाग’ के उन्नत उपकरणों और मशीनरी का अवलोकन किया। मंत्रालय ने कहा कि उन्हें ‘बॉडी प्लेदिस्मोग्राफ, सीपीईटी और 3डी वीआर लैब’ जैसे अत्याधुनिक उपकरणों की कार्यप्रणाली देखने का अवसर मिला।

डॉ. गुरुराजू राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज, गुडीवाड़ा के छात्रों ने 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच) के तहत क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (एच), गुडीवाड़ा की अनुसंधान प्रयोगशाला का दौरा किया।

मंत्रालय ने कहा कि प्रयोगशाला के कर्मचारियों ने छात्रों को होम्योपैथी में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रयोगशाला उपकरणों और अनुसंधान विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

इसी तरह, हरियाणा के लोहट, गुरुग्राम, बादली, झज्जर में कैप्टन जयलाल अकादमिक स्कूल के छात्रों ने आयुष अनुसंधान के क्षेत्र में व्यावहारिक और गहन अनुभव के लिए केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (सीआरआईवाईएन), झज्जर का दौरा किया।

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments