नयी दिल्ली, दो मार्च (भाषा) दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पूर्वी दिल्ली में एक संपत्ति पर फर्जी ऋण लेकर एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी से 5.05 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक बयान में कहा कि एक निजी कंपनी के निदेशक मुकेश अरोड़ा ने 2020 में यह झूठा दावा करके ऋण प्राप्त किया कि प्रीत विहार में उनकी दिवंगत मां के स्वामित्व वाली एक संपत्ति पर कोई कर्ज नहीं है।
हालांकि, जांच से पता चला कि उक्त संपत्ति पर बने पांच फ्लैट 2005 में एक बैंक को बेचे गए थे, लेकिन इस तथ्य को जानबूझकर छिपाया गया।
बयान के अनुसार, ऋण प्राप्त करने के बाद अरोड़ा और उनके सह-उधारकर्ताओं ने ईएमआई भुगतान में चूक की। आगे की जांच से पता चला कि उन्होंने ऋण राशि में से 1.7 करोड़ रुपये का इस्तेमाल निजी उद्देश्यों के लिए किया, जबकि यह राशि उनकी कंपनी के नाम पर थी।
अरोड़ा (50) कई कंपनियों के निदेशक थे लेकिन आर्थिक संकट और कथित कर चोरी के मामलों के कारण उन्हें कंपनी बंद करनी पड़ी थीं।
मामले की जांच की जा रही है।
भाषा शोभना नेत्रपाल
नेत्रपाल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.