नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार की मुख्यमंत्री और मंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
लोक निर्माण विभाग के पास राज निवास के करीब सिविल लाइंस में कुछ बंगले हैं और दरियागंज तथा डीडीयू मार्ग पर भाजपा मुख्यालय के पास एक-एक बंगला है।
इन बंगलों में राज निवास लेन में बंगला नंबर दो और दरियागंज में अंसारी रोड पर बंगला नंबर 115 शामिल हैं। एक सूत्र ने दावा किया, ‘‘सिविल लाइंस के पास या लुटियंस दिल्ली में सेंट्रल पूल से अदला-बदली किए गए किसी अन्य बंगले में मुख्यमंत्री का भविष्य में निवास हो सकता है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आवास को अंतिम रूप देते समय दिल्ली सचिवालय, विधानसभा और राज निवास से इसकी निकटता को ध्यान में रखा जाएगा।
भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले में नहीं रहेंगी, जिसे पुनर्निर्माण में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार तथा इसमें महंगे सामान होने के कारण पार्टी ने ‘‘शीश महल’’ करार दिया गया था।
आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल 2015 से सितंबर 2024 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर इस बंगले में रहे थे। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने यह बंगला खाली कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी को नए मंत्रिपरिषद के छह सदस्यों के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए आठ अन्य आवासों की व्यवस्था करनी होगी।
आप नीत सरकार के मंत्री सिविल लाइंस बंगले में रहते थे। केजरीवाल के बाद मुख्यमंत्री बनीं आतिशी मथुरा रोड स्थित बंगले में रहती थीं। नियमानुसार पिछली सरकार के मंत्रियों को 15 दिन के भीतर सरकारी आवास खाली करना होता है।
इस वर्ष पांच फरवरी को हुए चुनावों में भाजपा ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा आप के एक दशक लंबे शासन को समाप्त करके 26 वर्षों के बाद दिल्ली में सत्ता में आई थी।
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश
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