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Wednesday, 20 November, 2024
होमदेशअरुण जेटली का निधन, रामनाथ कोविंद-शाह श्रद्धांजलि देने पहुंचे, कल होगा अंतिम संस्कार

अरुण जेटली का निधन, रामनाथ कोविंद-शाह श्रद्धांजलि देने पहुंचे, कल होगा अंतिम संस्कार

नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया गया है. शनिवार दोपहर12:07 मिनट पर उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. 

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नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया गया है. शनिवार दोपहर 12:07 मिनट पर उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली.वह 66 वर्ष के थे. जेटली को सांस लेने में तकलीफ के चलते नौ अगस्त को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था. उनका गुरुवार को डायलसिस किया गया था.

जेटली का पार्थिव शरीर रविवार सुबह 11 बजे भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया जाएगा.

एम्स की मीडिया और प्रोटोकॉल प्रमुख आरती विज ने कहा, ‘बहुत ही दुख के साथ हमें सूचित करना पड़ रहा है कि पूर्व वित्तमंत्री व सांसद अरुण जेटली जी का शनिवार को दोपहर 12:07 बजे निधन हो गया है. वह यहां एम्स में 9 अगस्त से भर्ती थे और उनका इलाज वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में हो रहा था.’

जेटली का पार्थिव शरीर उनके कैलाश कॉलोनी स्थित आवास पर रखा गया है. जहां लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, सहित विभिन्न पार्टियों के नेतागण उनके आखिरी दर्शन को पहुंचे. गृहमंत्री अमित शाह सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री जेटली को श्रद्धाजंलि देने के लिए राष्ट्रप​ति रामनाथ कोविंद कैलाश कालोनी स्थित उनके निवास पहुंचे.

आडवाणी ने किया याद

जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि अरुण जी को उनके तेज और विश्लेषणात्मक दिमाग के लिए जाना जाता था. वे हर समस्या का हल निकाल लेते थे. वे एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने राजनीति के साथ अपनी दोस्ती को काफी महत्व दिया और आगे बढ़ाया.

आज उनके निधन का समाचार सुनकर दुख पहुंचा है. मैंने एक नजदीकी नेता, पार्टी के सहकर्मी को खो दिया. राजनीति में मृदुभाषी होने के लिए भी वे याद किए जाएगे. वे एक नेक दिल इंसान थे. हर दिपावली पर अपने परिवार के साथ मेरे घर मिलने आते थे. वह भोजन प्रेमी थे. हमेशा से मुझे अच्छे रेस्टोरेंट के बारे में जानकारी साझा करते थे.

निधन के बाद केंद्रीय मंत्री जेटली का पार्थिव शरीर एम्स से उनके निवास कैलाश कालोनी लाया गया. यहां गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर समेत कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे. रविवार सुबह 11 बजे जेटली की पार्थिव देह भाजपा मुख्यालय पर अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी. दोपहर 2 बजे भाजपा कार्यालय से निगम बोध अंतिम यात्रा शुरु होगी. 3 बजे तक अंतिम संस्कार किया जाएगा.

भारतीय​ क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगा में टेस्ट मैच के तीसरे दिन काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरेगी. जेटली दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष भी रहे चुके है. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विरोट कोहली ने जेटली के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया कि जेटली जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. वे बहुत अच्छे इंसान थे. हमेशा दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते थे.

पूर्व वित्तमंत्री के निधन की सूचना मिलते ही गृह मंत्री अमित शाह अपना हैदराबाद दौरा बीच में ही छोड़कर दिल्ली लौट आए. गृहमंत्री शाह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हमेशा उनका मार्गदर्शन मिलता था. शाह ने ट्वीट कर कहा कि यह मेरी लिए व्यक्तिगत क्षति है. ये केवल पार्टी के एक नेता का जाना भर नहीं है बल्कि हमने परिवार का एक सदस्य खोया है.

जेटली के निधन की सूचना मिलती ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू दक्षिण भारत का अपना दौरा रद्द कर के वापस दिल्ली लौटे. नायडू ने उन्हें अपना सहकर्मी बताते हुए निधन पर शोक व्यक्त किया. नायडू ने उन्हें प्रतिभावान नेता व बुद्धिजीवी बताया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व वित्त मंत्री जेटली के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि वे एक शानदार वकील, एक अनुभवी सांसद और एक प्रतिष्ठि​त मंत्री थे. उन्होंने राष्ट्र निर्माण में बहुत योगदान दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेटली के निधन पर शोक जताया. पीएम मोदी ने कहा मैंने एक मूल्यवान दोस्त खो दिया है. जिसे मुझे दशकों से जानने का सम्मान मिला. मोदी ने जेटली की पत्नी से फोन पर बात की.

जेटली के परिवार ने पीएम से अपील की है कि वो अपना विदेशी दौरा रद्द न करें. आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों से मोदी विदेश यात्रा पर हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जेटली के निधन पर ट्वीट कर कहा कि मेरे दोस्त और सहयोगी अरुण जेटली के निधन से गहरा दुख पहुंचा है. वे पेशे से एक वकील और जुनून से कुशल राजनीतिज्ञ थे.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जेटली के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि हमें उनकी कमी हमेशा खलेगी.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सुषमा जी के बाद अरुण जी का हमें छोड़कर चले जाना दुखदायी है. उनके जाने से मन व्यथित है.

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जेटली के निधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जेटली जी का जाना देश और ऐसी अपूरणीय क्षति है. जिसकी रिक्तता का अहसास हम लंबे समय तक करते रहेंगे.

कांग्रेस पार्टी ने भी पूर्व वित्त मंत्री के निधन पर शोक जताया है. पार्टी ने अपने बयान में कहा कि दुख की इस घड़ी में परिवार वालों के साथ हमारी संवेदना है.

मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने जेटली क निधन पर कहा कि मेरा उनका हमेशा से करीबी संबंध रहा है. उनका निधन राजनैतिक क्षेत्र में एक अपूर्णिय क्षति है.

पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने जेटली का निधन राष्ट्र के लिए बड़ी क्षति बताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जेटली के निधन की ख़बर से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जेटली जी सभी पार्टियों में सम्मान था.

 

 

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अरुण जेटली के निधन पर एम्स का बयान

शुक्रवार को भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती ने एम्स पहुंचकर अरुण जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित कई वरिष्ठ नेता एम्स पहुंचकर जेटली का हालचाल ले चुके थे. जेटली लंबे समय से एम्स में भर्ती थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एम्स में जाकर जेटली के सेहत का हाल लिया था.

पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का पिछले साल मई में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था. इसके बाद जेटली के बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है, जिसकी सर्जरी के लिए वह इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे.

अरुण जेटली साल 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पहली बार केंद्रीय मंत्री बने थे. साल 2009 में पार्टी ने उन्हें राज्य सभा में विपक्ष का नेता बनाया. नरेंद्र मोदी की 2014 में सरकार बनने के बाद उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया था. स्वास्थ्य कारणों के कारण 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा. 2014 में अरुण जेटली ने पंजाब के अमृतसर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था.

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