जम्मू, 23 फरवरी (भाषा) जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने बजट सत्र से पहले सदन के कामकाज के नोटिस के प्रचार के मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे ‘‘विशेषाधिकार के उल्लंघन’’ के समान बताया और सदस्यों को भविष्य में ऐसा नहीं करने को कहा।
राथर ने कहा कि सदन की कार्यवाही से जुड़े प्रश्नों, विधेयकों, संकल्पों और अन्य ऐसे मामलों का अनावश्यक प्रचार करना अनुचित है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा का बजट सत्र तीन मार्च से शुरू होगा।
विधानसभा के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि अध्यक्ष ने आगामी बजट सत्र में सदन की कार्यवाही के संबंध में विधायकों द्वारा दिए गए नोटिस के हाल में अनुचित प्रचार को गंभीरता से लेते हुए इस चलन पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि यह संसदीय प्रथाओं, परंपराओं और स्थापित नियमों के खिलाफ है।
बयान में अध्यक्ष के हवाले से कहा गया, ‘‘संसदीय प्रथा, उपयोग और स्थापित परंपरा तथा इस सदन के प्रचलित नियमों के अनुसार, सदन की कार्यवाही से जुड़े प्रश्नों, विधेयकों, प्रस्तावों और अन्य समान मामलों की सूचनाओं का अनुचित प्रचार करना ठीक नहीं है।’’
बयान में कहा गया कि राथर ने ऐसे प्रचार के लिए जिम्मेदार सदस्यों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्धारित नियमों के अनुसार, विशेषाधिकार हनन के समान है और उन्होंने सदस्यों को भविष्य में ऐसा नहीं करने का निर्देश दिया।
भाषा सिम्मी संतोष
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