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Friday, 21 February, 2025
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तटरक्षक बल ने ओडिशा में ओलिव रिडले कछुओं की सुरक्षा को लेकर अभियान शुरू किया

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केंद्रपाड़ा/पारादीप (ओडिशा), 21 फरवरी (भाषा) तटरक्षक बल (सीजी) ने ओडिशा में प्रजनन करने वाले ‘ओलिव रिडले’ समुद्री कछुओं के मध्य समुद्र में सुरक्षित प्रवास और समुद्री प्रजातियों के लिए अनुकूल स्थिति सुनिश्चित करने के लिए वार्षिक अभियान शुरू किया है। बल ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

‘ओलिव रिडले’ कछुए हर साल फरवरी और मार्च के बीच सामूहिक रूप से प्रवास के लिए लाखों की संख्या में ओडिशा तट पर आते हैं।

ओडिशा वन विभाग की सर्वेक्षण रिपोर्ट का हवाला देते हुए, सीजी ने कहा कि लुप्तप्राय ‘ओलिव रिडले’ कछुओं की प्रजाति ने रुशिकुल्या और देवी नदी के मुहाने से लेकर अस्त्रांग तक 5,55,638 अंडे दिए हैं, जो वन्यजीव संरक्षण की दिशा में सामूहिक संरक्षण प्रयासों का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि संरक्षणकर्ताओं ने ओडिशा तट पर संरक्षित क्षेत्र स्थापित किए हैं, जहां ये कछुए अपने अंडे देते हैं और इन क्षेत्रों पर नियमित रूप से निगरानी की जाती है, ताकि मानव हस्तक्षेप को रोका जा सके।

अधिकारियों ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) 1991 से हर साल वन्यजीव अधिनियम, 1972 के तहत लुप्त होती प्रजातियों की रक्षा के लिए केंद्रीय और राज्य प्राधिकरणों एवं एजेंसियों को ‘ऑपरेशन ओलिविया’ के तहत निरंतर सहायता प्रदान कर रहा है।

समुद्री कानून प्रवर्तन संगठन होने के नाते आईसीजी को समुद्री पर्यावरण के संरक्षण एवं सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया है।

राज्य के मत्स्य पालन और वन विभाग के समन्वय से तटरक्षक बल द्वारा आयोजित किया गया ये अभियान एक नवंबर से शुरू हुआ और 31 मई तक जारी रहेगा।

अभियान के दौरान आईसीजी जहाजों और विमानों को तैनात किया गया है, जिन्हें कछुओं की सुरक्षा के लिए कार्य सौंपा गया है।

भाषा यासिर पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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