लखनऊ, 21 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने शुक्रवार को सख़्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अध्यक्ष पीठ द्वारा दिए गए किसी भी निर्देश का अधिकारी और संबंधित विभाग पालन नहीं करते हैं तो यह सदन की अवमानना का मुद्दा हो सकता है और इसके लिए विधानसभा सख्त कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगी।
विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शून्य काल में सदन में नियम 301 एवं नियम 51 की सूचनाओं पर की गयी कार्यवाही का ब्यौरा रखा। अध्यक्ष महाना ने इस पर आभार जताने के साथ ही कहा कि सूचनाओं के लिए समय सीमा निर्धारित है।
महाना ने कहा, ‘‘एक माह के बाद जो सूचनायें आई थीं मैंने उसे आपत्ति और इस निर्देश के साथ वापस भिजवाया था कि निर्धारित समय में जो सूचनाओं नहीं आई उसके लिए दायित्व तय किया जाए कि इसका जिम्मेदार कौन है।’’
उन्होंने कहा कि दायित्व निर्धारण के बाद कार्रवाई की जाए। महाना ने कहा, “एक बार फिर कह रहा हूं कि अगर अध्यक्ष पीठ द्वारा दिए गए किसी भी निर्देश का जो भी संबंधित अधिकारी व विभाग पालन नहीं करते हैं। तो विधानसभा की अवमानना का मामला उत्पन्न हो सकता है।’’
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिस समय सदन की अवमानना का प्रश्न उत्पन्न होगा तो विधानसभा अपने आप में सख्त कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगी, यह अंतिम निर्देश है।
भाषा
आनन्द, रवि कांत रवि कांत
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