नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) इंडियन मुस्लिम फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी (आईएमएसडी) ने दक्षिण अफ्रीकी इमाम मुहसिन हेंड्रिक्स की हत्या की निंदा की है जिन्हें दुनिया का पहला समलैंगिक मुस्लिम इमाम बताया जाता है।
इमाम हेंड्रिक्स को दक्षिणी अफ्रीकी शहर गकेबरहा में शनिवार को दो नकाबपोशों ने उस समय गोली मार दी जब वह अपनी कार में बैठे थे।
पुलिस ने हत्या के पीछे कोई कारण नहीं बताया है। हालांकि राजनीतिक दलों और एलजीबीटीक्यू संगठनों का कहना है कि हेंड्रिक्स को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उन्होंने केप टाउन में समलैंगिक लोगों के लिए एक मस्जिद खोली थी और एलजीबीटीक्यू समुदाय के सदस्यों का इस्लाम में स्वागत करने का आह्वान किया था।
आईएमएसडी ने एक बयान में कहा, ‘‘किसी भी भगवान, देवी, देवता, पैगम्बर या संत का नाम लोगों की हत्या और/या आतंकित करने के लिए नहीं लिया जा सकता है।”
यूनिवर्सिटी ऑफ केप टाउन में ‘सेंटर फॉर कंटेम्पररी इस्लाम’ में हेंड्रिक्स के सहयोगियों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “उनका धर्मशास्त्र एक मुक्तिवादी धर्मशास्त्र था: ईश्वर सभी मनुष्यों के लिए प्रेम और न्याय का ईश्वर है।’’
मुसलमानों के एक वर्ग द्वारा सोशल मीडिया पर इमाम की हत्या को सही ठहराए जाने की निंदा करते हुए आईएमएसडी ने कहा, “इस तरह की हिंसा और क्रूरता की भयावहता ने मुस्लिम समुदाय में समलैंगिकता के प्रति व्यापक नफरत को उजागर किया है।”
हेन्ड्रिक्स 1990 के दशक के मध्य में सार्वजनिक रूप से समलैंगिक इमाम के रूप में सामने आए थे और उन्होंने एक सहायता नेटवर्क शुरू किया तथा बाद में समलैंगिक मुसलमानों के लिए एक मस्जिद भी बनवाई।
उन्होंने अपने अल-ग़ुरबाब फाउंडेशन के माध्यम से उनके समावेश की वकालत की और खुद को ‘दुनिया का पहला खुले तौर पर समलैंगिक इमाम’ कहा।
भाषा पवनेश वैभव
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