नई दिल्ली: पीएम मोदी ने अपनी संबोधन में देशवासियों को बताया कि धारा-370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में क्या क्या बदलाव आने जा रहा है. उन्होंने कहा कि आपका जनप्रतिनिधि आपके बीच से ही चुन कर आएगा, जैसे पहले आपका एमएलए होगा, जैसे मुख्यमंत्री होते थे वैसे ही मुख्यमंत्री भी होंगे. उन्होंने कहा कि इस धारा के समाप्त किए जाने से आपके जीवन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. आपके जीवन में जो चीजें नहीं थी वो भी आपको मिलेगी. आपका रहन-सहन बदलेगा. आतंकवाद खत्म होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्र के नाम सम्बोधन में कहा कि जल्द ही जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख में केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और वहां की जनता गुड गवर्नेंस और पारदर्शिता के साथ अपने लक्ष्यों को पाने में सफल होगी. प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह भी कहा, ‘केंद्र सरकार की प्राथमिकता रहेगी कि आने वाले समय में राज्य के कर्मचारियों को दूसरे केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारियों के बराबर सुविधाएं मिलें. अभी केंद्र शासित प्रदेशों में एलटीसी, एचआरए, हेल्थ स्कीम दी जाती हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों और पुलिस सेवा के लोगों को ये सुविधाएं नहीं मिलती हैं. इन सबके ये सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.’
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देशवासियों खासकर कश्मीर और लद्दाख के लोगों को बार बार विश्वास दिलाया कि आप अभी तक जिन सुख-सुविधाओं से वंचित थे आपको इस धारा के खत्म होने से हर वो सुख सुविधा मिलने जा रही है. उन्होंने इस दौरान कश्मीरियों को विश्वास दिलाया कि आप एक समृद्ध परंपरा हैं और आपके पास क्या है जिसका उपयोग कर आप आगे बढ़ सकते हैं. पीएम ने अपने संबोधन में फिल्म इंडस्ट्री से लेकर पर्यटन तक, ईद से लेकर रोजगार तक, हर्बल प्रोडक्ट से लेकर व्यापार तक हर पहलू पर बात की.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बहुत जल्द ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सभी केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इससे वहां रोजगार का अवसर बढ़ेगा. साथ ही केंद्र सरकार की कम्पनियों और प्राइवेट सेक्टर को भी रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कहा जा जाएगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप का भी विस्तार किया जाएगा.’
नए युग की होगी शुरुआत
पीएम ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आगे आने की सलाह दी. उन्होंने जम्मू कश्मीर, लद्दाख और पूरे देश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि यहां अब नए युग की शुरुआत हो गई है.
देश के अन्य युवाओं की तरह समान अधिकार
पीएम ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि जम्मू-कश्मीर के लोग अभी तक कई अधिकारों से वंचित थे लेकिन अब आपके देश के अन्य युवाओं की तरह अधिकार समान है. इस दौरान पीएम ने देशवासियों को बताया कि किस तरह से अनुच्छेद 370 का इस्तेमाल पाकिस्तान हथियार के रूप में कर रही थी.
धारा 370 और 35 ए उपयोग वहां की सरकारों और कुछ लोगों ने सिर्फ वहां के नौजवानों की भावनाओं को भड़काने के लिए किया है. उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर भले ही धरती का स्वर्ग कहा जाता है लेकिन वहां बेरोजगारी चरम पर है लेकिन अब यह नहीं होगा. इस फैसले के बाद प्रदेश के युवाओं और लोगों का वर्तमान और भविष्य सुधरेगा.
विकास की योजनाओं का लाभ पहुंचेगा
पीएम ने कश्मीर के लोगों को विश्वास दिलाया कि किस तरह से विकास की योजनाओं का लाभ पहुंचेगा. उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में कश्मीर और लद्दाख नई ऊचाइयां छुएगा.
पीएम ने अपने संबोधन में सरकारी कर्मचारियों से लेकर बेटियों तक को विश्वास दिलाया कि आप सभी को आपका हक मिलेगा. उन्होंने भाषण की शुरुआत में ही सूबे के सफाई कर्मचारियों के हक की बात की.
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तीन दशकों में मारे गए निर्दोष
पीएम ने इस मौके पर पिछले तीन दशकों में मारे गए 42 हजार निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई है. पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश बनाने का फैसला बहुत सोचसमझ कर लिया गया.
रिक्त पदों के भरने की प्रक्रिया शुरू हुई
हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन में एक नई कार्य संस्कृति लाने, पारदर्शिता लाने का प्रयास किया है. इसी का नतीजा है कि आईआईटी हों, आईआईएम हों, एम्स, हों, तमाम इरिगेशन प्रोजेक्ट्स हों, पावर प्रोजेक्ट्स हों, या फिर एंटी करप्शन ब्यूरो, इन सबके काम में तेजी आई है.जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इससे स्थानीय नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
नई आशाओं के साथ आगे बढ़ेंगे
पीएम मोदी ने अपने 40 मिनट के भाषण में बार बार जम्मू कश्मीर के लोगों को यह विश्वास दिलाया. उन्होंने कहा, ‘मैं जम्मू कश्मीर के अपने भाई-बहनों को एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि आपका जनप्रतिनिधि आपके द्वारा ही चुना जाएगा और आपके बीच से ही आएगा. जैसे पहले एमएलए होते थे वैसे ही आगे भी होंगे. जैसे पहले सीएम या कैबिनेट होती थी, वैसे ही आगे भी होंगे.’
‘मुझे पूरा विश्वास है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद, जब इन पंचायत सदस्यों को नई व्यवस्था में काम करने का मौका मिलेगा तो वो कमाल कर देंगे.’
दशकों के परिवारवाद ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नेतृत्व का अवसर ही नहीं दिया।
अब मेरे युवा जम्मू-कश्मीर के विकास का नेतृत्व करेंगे और उसे नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
मैं नौजवानों, वहां की बहनों-बेटियों से आग्रह करूंगा कि अपने क्षेत्र के विकास की कमान खुद संभालिए: पीएम नरेन्द्र मोदी pic.twitter.com/4mFX56TTwl
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‘अब जम्मू-कश्मीर की जनता अलगाववाद को परास्त करके नई आशाओं के साथ आगे बढ़ेगी. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जैसे हमने पंचायत के चुनाव पारदर्शिता के साथ संपन्न कराए गए, वैसे ही विधानसभा चुनाव भी होंगे.’
पीएम ने जम्मू कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘हम सभी यही चाहते हैं कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव हों, नई सरकार बने, मुख्यमंत्री बनें. मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा देता हूं कि आपको बहुत ईमानदारी के साथ, पूरे पारदर्शी वातावरण में अपने प्रतिनिधि चुनने का अवसर मिलेगा.’
बहुत सोच समझ कर हटाई गई धारा 370
पीएम ने आज यह भी स्पष्ट किया कि धारा 370 एक दो दिन में नहीं बलिक इसे हटाने का फैसला बहुत सोच समझकर लिया गया है. पीएम ने कहा, ‘केन्द्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाने के साथ कुछ कालखंड के लिए जम्मू कश्मीर को सीधे केंद्र सरकार के शासन में रखने का फैसला बहुत सोच समझकर लिया है. जब से वहां गवर्नर शासन लगा है तब से वहां का प्रशासन सीधे केंद्र सरकार के संपर्क में है.’
इस दौरान पीएम ने जम्मू कश्मीर में राजस्व घाटा की भी बात की उन्होंने कहा कि यहां का राजस्व घाटा बहुत ज्यादा है. ये चिंता का विषय है. केंद्र सरकार ये भी सुनिश्चित करेगी की इसके प्रभाव को कम किया जाए.
हालत बिगाड़ने वालों को मिल रहा है जवाब
अनुच्छेद 370 से मुक्ति एक सच्चाई है, लेकिन सच्चाई ये भी है कि इस समय उठाए गए कदमों की वजह से लोगों को जो परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वही लोग कर रहे हैं. कुछ मुट्ठी भर लोग वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें जवाब भी वहां के स्थानीय लोग दे रहे हैं.
लोकतंत्र में स्वाभाविक है कि कुछ लोग इस फैसले के पक्ष में हैं और कुछ को इस पर मतभेद है. मैं उनके मतभेद और उनकी आपत्तियों का भी सम्मान करता हूं. लेकिन मेरा उनसे आग्रह है कि वो देशहित को सर्वोपरि रखते जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को नई दिशा देने में सरकार की मदद करें.
लद्दाख के लोग भारत सरकार की जिम्मेदारी
‘केंद्र प्रशासित राज्य बन जाने के बाद अब लद्दाख के लोगों का विकास भारत सरकार की विशेष जिम्मेदारी है. लद्दाख में आध्यात्मिक टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म और इको टूरिज्म का सबसे बड़ा केंद्र बनने की क्षमता है. सोलर पावर जनरेशन का भी लद्दाख बहुत बड़ा केंद्र बन सकता है. स्थानीय प्रतिनिधियों, लद्दाख और कारगिल की डवलपमेंट काउंसिल्स के सहयोग से केंद्र सरकार विकास की सभी योजनाओं का लाभ अब और तेजी से पहुंचाएगी.’
पीएम ने देश के नाम संबोधन में सफाई कर्मचारी से लेकर पुलिस के अधिकारी तक यही नहीं सूबे की महिलाओं और लड़कियों से लेकर एक-एक व्यापारी और कर्मचारियों तक को संबोधित किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि आपकी जिंदगी नई उच्चाईयों की ओर जाएगी.
व्यापार बढ़ाने का नया अंदाज, लोगों से लगाई गुहार
जम्मू-कश्मीर के केसर का रंग हो या कहवा का स्वाद, सेब का मीठापन हो या खुबानी का रसीलापन, कश्मीरी शॉल हो या फिर कलाकृतियां, लद्दाख के ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स हों या हर्बल मेडिसिन, इन सबका प्रसार दुनियाभर में किए जाने की जरूरत है.
अपने संबोधन के दौरान पीएम ने व्यापार और तकनीकी के लोगों से गुजारिश करते हुए कहा, ‘जो तकनीक की दुनिया से जुड़े लोग हैं उनसे मेरा आग्रह है कि अपनी नीतियों में, फैसलों में इस बात को प्राथमिकता दें कि जम्मू कश्मीर में कैसे तकनीक का विस्तार किया जाए. वहां के युवा तेजस्वी हैं. वहां जितना तकनीक का विस्तार होगा, उतना ही राज्य के लोगों का जीवन आसान होगा.’
लोकतंत्र में स्वाभाविक है कि कुछ लोग इस फैसले के पक्ष में हैं और कुछ को इस पर मतभेद है. मैं उनके मतभेद और उनकी आपत्तियों का भी सम्मान करता हूं. लेकिन मेरा उनसे आग्रह है कि वो देशहित को सर्वोपरि रखते जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को नई दिशा देने में सरकार की मदद करें.