अमृतसर, पांच फरवरी (भाषा) अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार दोपहर यहां श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि निर्वासित लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं।
निर्वासित लोगों की संख्या के बारे में आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा है।
इससे पहले की खबरों में दावा किया गया था कि 205 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 रवाना हुआ है।
विमान दोपहर 1.55 बजे यहां उतरा। हवाई अड्डे के बाहर भारी संख्या में अवरोधक लगाये गये थे और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
यह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों का पहला दल है, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने निर्वासित किया है।
सूत्रों के मुताबिक, निर्वासित लोगों को सत्यापन और पृष्ठभूमि जांच के बाद घर जाने की अनुमति दी जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस आपराधिक रिकॉर्ड वाले किसी भी निर्वासित व्यक्ति की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को बताया था कि राज्य सरकार प्रवासियों के लिए हवाई अड्डे पर काउंटर स्थापित करेगी।
पंजाब के प्रवासी मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा व्यक्त की और कहा कि इन लोगों ने उस देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया इसलिए इन्हें निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास प्रदान किया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि कई भारतीय वर्क परमिट पर अमेरिका में प्रवेश करते हैं, जो बाद में समाप्त हो जाता है, जिस कारण वे अवैध अप्रवासी बन जाते हैं।
मंत्री ने कहा कि वह अमेरिका में रह रहे पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना बना रहे हैं।
पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।
पंजाब के कई लोग लाखों रुपये खर्च करके ‘डंकी रूट’ या अन्य अवैध तरीकों से अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन अब उन्हें निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है।
भाषा जितेंद्र रंजन
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