नयी दिल्ली, पांच फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को हार्वर्ड स्नातक के रूप में 20 साल की उम्र में ही दुनिया भर में लाखों इस्माइल मुस्लिमों के आध्यात्मिक नेता बन गए आगा खां चतुर्थ के निधन पर शोक जताया और कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान कई लोगों को प्रेरित करता रहेगा।
आगा खां डवलपमेंट नेटवर्क और इस्माइली धार्मिक समुदाय ने घोषणा की कि शिया इस्माइली मुसलमानों के 49वें वंशानुगत इमाम प्रिंस करीम अल-हुसैनी, आगा खान चतुर्थ का पुर्तगाल में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘करीम आगा खां चतुर्थ के निधन से गहरा दुःख हुआ। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना जीवन सेवा और अध्यात्म के लिए समर्पित कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान कई लोगों को प्रेरित करता रहेगा। मैं हमेशा उनके साथ अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा। उनके परिवार और दुनिया भर में लाखों अनुयायियों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’’
प्रधानमंत्री ने आगा खां के साथ अपनी मुलाकात से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
आगा खां के अनुयायी उन्हें पैगंबर मुहम्मद का वंशज मानते हैं। उन्होंने बड़ा औद्योगिक उपक्रम खड़ा किया और परोपकार के भी कार्य किए।
भाषा ब्रजेन्द्र
ब्रजेन्द्र वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.