चेन्नई, पांच फरवरी (भाषा) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों को छिपाकर और गलत आंकड़े पेश कर उत्तर प्रदेश सरकार को बचा रही है।
द्रमुक ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में ‘असली भक्ति’ होती तो उस कार्यक्रम में भाग लेने वाले भक्तों के लिए उचित व्यवस्था की जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
द्रमुक के मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने 5 फरवरी को एक संपादकीय में आरोप लगाया, ‘भाजपा और उसके सहयोगी अपनी भक्ति केवल मंदिर के बाहर और केवल राजनीति में दिखाते हैं। यही कारण है कि कुंभ महापर्व लापरवाही से आयोजित किया गया।’
उसने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इन दुखद मौतों के लिए जिम्मेदार है।
संपादकीय में आरोप लगाया गया कि ‘‘मौत के मामलों की संख्या में वृद्धि की रिपोर्टिंग न करने के लिए मीडिया संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और समाचार रोक दिए गए थे’’।
द्रमुक के मुखपत्र में लिखा गया, ‘योगी सरकार ने 17 घंटों के बाद मौतों की संख्या 30 बताई।’ उसने कहा कि विपक्षी दलों को संसद में इस संबंध में सवाल उठाने की ‘अनुमति नहीं दी गई।’
अखबार ने आरोप लगाया, ‘उत्तर प्रदेश के कुंभ मेले में 48 लोगों की जान चली गई। ऐसी मौतों को छिपाकर और गलत जानकारी देकर भाजपा की केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश सरकार को बचा रही है।’
मुखपत्र ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 लोगों की मौत का दावा किया है, लेकिन एक अंग्रेजी राष्ट्रीय अखबार ने शवों की गिनती करने के बाद 48 लोगों की मौत की सूचना दी है।
द्रमुक के तमिल दैनिक ने महाकुंभ पर एक समाचार से प्राप्त जानकारी का भी हवाला दिया और कहा कि ‘‘कथित भ्रम, अव्यवस्था और अनुचित कार्यक्रम प्रबंधन (कई सेवाओं/कार्यों की आउटसोर्सिंग) से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है’’।
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