वाराणसी/ प्रयागराज, 31 जनवरी (भाषा) महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के बाद अपने घरों को लौट रहे श्रद्धालुओं को विभिन्न जगहों पर बैरिकेड लगाए जाने और जाम की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
गुवाहाटी से एक बुजुर्ग समेत चार लोगों को महाकुंभ में लाकर गंगा स्नान कराने के बाद लौटे अनूप वर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमारी कार 15-20 किलोमीटर दूर सहंसों में पार्क कराई गई थी। बृहस्पतिवार को हम किसी तरह चलकर बैंक रोड पहुंचे, लेकिन हर जगह बैरिकेड लगाए जाने से हमें कोई वाहन नहीं मिला जिससे हमें पैदल चलकर सहंसों पहुंचना पड़ा।”
उन्होंने बताया, “रास्ते में हमारे साथ चल रहे बुजुर्ग व्यक्ति की तबीयत भी खराब हो गयी.. हम किसी तरह भूख प्यासे सहंसो पहुंचे और काफी समय तक जाम खुलने का इंतजार करने के बाद कार लेकर राजमार्ग पर निकल आए।”
वहीं प्रयागराज महाकुंभ में स्नान कर लौटे लाखों श्रद्धालु अब भी वाराणसी कैन्ट और बनारस स्टेशन पर फंसे हुए हैं।
कई श्रद्धालुओं ने बताया कि अत्यधिक भीड़ की वजह से वे अपनी ट्रेन नहीं पकड़ पाए और अब वे भीड़ कम होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कुछ ट्रेनों के निरस्त होने की वजह से कई यात्री अभी स्टेशन पर फंसे हैं और अन्य किसी साधन का इंतजार कर रहे हैं।
असम के सोनिकपुर निवासी बॉबी माया लिम्बु ने बताया कि वह अपने समूह के साथ महाकुंभ आई थीं। उन लोगों ने 26 जनवरी को प्रयागराज संगम तट पर स्नान किया और इसके बाद दर्शन पूजन करने अयोध्या गए, जहां से 30 जनवरी को वाराणसी पहुंचे हैं।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को ही इनकी ट्रेन थी, लेकिन भीड़ के कारण ये लोग ट्रेन नहीं पकड़ पाए।
गया जिले से आये श्रद्धालु दीनानाथ ने बताया कि वह अपनी बीवी बच्चों के साथ दो दिन से बनारस में फंसे हुए हैं। बृहस्पतिवार को उन्होंने ट्रेन पकड़ने की कोशिश की, लेकिन भारी भीड़ की वजह से उनका दम घुटने लगा जिससे कारण वह ट्रेन से उतर गए।
उन्होंने बताया कि तब से वह प्लेटफॉर्म के बाहर बने रैन बसेरा में रह रहे हैं।
प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार मांदड़ ने बृहस्पतिवार शाम कहा, 30 जनवरी को सभी श्रद्धालु वापस लौट रहे हैं।
पुलिस द्वारा डायवर्जन स्कीम को हटाया जा रहा है और बैरिकेड हटाने के निर्देश पुलिस को दिए गए हैं। 31 जनवरी, एक फरवरी और चार फरवरी को किसी प्रकार वाहनों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।”
उन्होंने कहा, “मात्र दो और तीन फरवरी (बसंत पंचमी स्नान पर्व) को डायवर्जन की स्कीम लागू रहेगी। मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश की एक अलग प्रक्रिया है। इस बारे में मेलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा अलग से सूचित किया जाएगा। प्रयागराज कमिश्नरेट क्षेत्र में वाहनों पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि शहर के विभिन्न चौराहों और मुख्य मार्गों पर पुलिस द्वारा बैरिकेड लगाए जाने के कारण महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए आये श्रद्धालुओं को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
भाषा सं राजेंद्र नरेश अविनाश रंजन
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