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Wednesday, 22 January, 2025
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नीतीश कुमार की JDU ने BJP के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से लिया समर्थन वापस

समर्थन वापस लेने के बावजूद, मणिपुर में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं है, क्योंकि पार्टी के पास 60 सदस्यीय विधानसभा में 37 सीटें हैं और उसे नागा पीपल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

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नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) [जेडीयू], जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का सदस्य है, ने बुधवार को मणिपुर में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन आधिकारिक रूप से वापस ले लिया.

जेडीयू के मणिपुर प्रमुख बीरेन सिंह के बयान के अनुसार, पार्टी ने कहा, “फरवरी/मार्च 2022 में मणिपुर विधानसभा चुनावों में जनता दल (यूनाइटेड) के छह उम्मीदवार चुने गए. कुछ महीनों बाद, जेडीयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए. संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत इन पांच विधायकों का मामला स्पीकर के न्यायाधिकरण में लंबित है. इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने के बाद, जनता दल (यूनाइटेड) ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. इसकी जानकारी राज्यपाल, नेता सदन (मुख्यमंत्री) और स्पीकर को दी गई है.”

“इसी के आधार पर, जेडीयू के एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नसीर को विधानसभा के पिछले सत्र में विपक्षी बेंच में स्थान दिया गया. इसे फिर से दोहराया जाता है कि जनता दल (यूनाइटेड), मणिपुर इकाई, भाजपा नेतृत्व वाली राज्य सरकार का समर्थन नहीं करती और हमारे एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नसीर को सदन में विपक्षी विधायक माना जाएगा.”

यह निर्णय नवंबर 2024 में कोनराड संगमा की अगुवाई वाली नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) द्वारा मणिपुर में एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद आया है.

मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा कि बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर सरकार “संकट को हल करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है.”

2022 के मणिपुर विधानसभा चुनावों में जेडीयू ने छह सीटें जीती थीं, लेकिन उसके पांच विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए.

हालांकि समर्थन वापस लेने के बावजूद, मणिपुर में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं है, क्योंकि पार्टी के पास 60 सदस्यीय विधानसभा में 37 सीटें हैं और उसे नागा पीपल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.


 

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